Huawei 5G Trials in India: चीन की मशहूर टेलीकॉम कम्पनी हुवावे को भारत में 5जी के सेवा के ट्रायल करने का मौका मिला है. भाकत का ये कदम जोखिम भरा बताया जा रहा है. साथ ही दुनिया भर के और देशों में भारत की आलोचना भी की जा रही है.
नई दिल्ली. Huawei 5G Trials in India: चीन की मशहूर टेलीकॉम कम्पनी हुवावे को भारत में 5जी के सेवा के ट्रायल करने का मौका दिया गया है. जबकि इस कम्पनी के ट्रायल के लिए कई देशों ने पहले ही चिंता का विषय बताया है. ये जानकर पहले भारत नें इस कम्पनी के ट्रायल के लिए इंनकार कर दिया था लेकिन अब इसे मंजूरी दे दी गयी है. तो वहीं भारत सरकार के इस फैसले को कड़ी आलोचना भी की जा रही है क्योंकि ये फैसला भारत के लिए जोखिम भरा हो सकता है. सूत्रों की माने तो जिन-जिन कम्पनियों को भारत में 5जी सेवा के ट्रायल के लिए बुलाया गया उनमें हुवावे के साथ-साथ नोकिया, सोनी एरिक्सन और सैमसंग भी शामिल हैं. ऐसे में इन सभी कम्पनियों ने भारत सरकार को अपने-अपने प्रजेंटेशन भी जारी कर दिये हैं. वहीं दूसरी ओर हुवावे इकलौती ऐसी कम्पनी है जो इस ट्रायल में जुड़ने वाली आखिरी कम्पनी बताई जा रही है.
आपको बता दें कि हाल ही में हुवावे को दुनिया भर के सभी देशों ने कुछ खास पसंद नहीं किया है. एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने हाल ही अपने साथी देशों से कहा है कि वे हुवावे को टेलीकॉम कम्पनियों से बाहर रखें. इसके साथ ही अमेरिका ने खुद ही हुवावे को प्रतिबंध कर रखा है. इसके अलावा दुनिया के कई बड़े देश जैसे ब्रिटेन, कनाडा, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने भी हुवावे को टेलीकॉम कम्पनियों में शामिल नहीं किया है. दूसरी ओर जापान ने भी हुवावे को लेकर सख्ती के निर्देश दे दिये है.
गौरतलब है कि इन सभी देशों का यह मानना है कि चीन और हुवावे के आपसी संबंध अच्छे हैं ऐसे में चीनी सेना इन देशों के सुरक्षा बंदोबस्त में खलल डाल सकती है. लेकिन भारत ने इस तथ्य को खारिज करते हुए हुवावे को 5जी ट्रायल को मौका दिया है. वहीं हुवावे की कम्पनी की ओर से यह बयान जारी किया गया है कि “एक मुख्य टेलीकॉम कम्पनी के सप्लायर के तौर पर हम ग्राहकों को विशेष सेवा प्रदान करेंगे, साथ ही हम इस इस बात का भी ध्यान रखेंगे कि भारत सरकार को हमारे काम से मुनाफा भी हो”
आपको बता दे भारत सरकार के इस फैसले का मुख्य उद्देश्य देश में विज्ञान और तकनीकि के क्षेत्र में तरक्की को बढ़ावा देना माना जा रहा है.