नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का पहला मुकाबला बहुत ही ज़बरदस्त रहा, जहां रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को सात विकेट से हराकर मैच अपने नाम किया। इसी बीच आईपीएल के पहले ही दिन ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ भी कड़ा रुख अपनाया गया, जिससे की सट्टेबाजी को रोका जा सकें।

केंद्र सरकार का एक्शन

बता दें, केंद्र सरकार ने शनिवार को बताया कि अब तक 357 अवैध और गैर-अनुपालन वाली ऑफशोर (विदेशी) ऑनलाइन मनी गेमिंग वेबसाइटों/यूआरएल को ब्लॉक कर दिया गया है. इसके अलावा करीब 700 ऐसी संस्थाएं जांच के दायरे में हैं। जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने इन प्लेटफॉर्म्स पर शिकंजा कसते हुए अपने एक्शन प्लान को तेज कर दिया है.

वित्त मंत्रालय के अनुसार, ये संस्थाएं न केवल जीएसटी रजिस्ट्रेशन से बच रही हैं, बल्कि कर चोरी और कर देयताओं को दरकिनार कर रही हैं। आईटी अधिनियम, 2000 की धारा 69 के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सहयोग से इन अवैध ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स को ब्लॉक किया गया है।

गेमिंग प्लेटफॉर्म की हो रही जांच

सरकार के मुताबिक, ऑनलाइन मनी गेमिंग, सट्टेबाजी और जुए में संलिप्त 700 से अधिक ऑफशोर संस्थाओं की जांच जारी है। जीएसटी कानून के तहत इस श्रेणी को ‘माल’ की आपूर्ति में गिना जाता है, जिस पर 28% कर लागू होता है। इस क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाओं के लिए जीएसटी पंजीकरण अनिवार्य है।

2,000 बैंक एकाउंट्स ब्लॉक

डीजीजीआई ने हाल ही में आई4सी और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के सहयोग से इन प्लेटफॉर्म्स द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे करीब 2,000 बैंक खातों को ब्लॉक किया और 4 करोड़ रुपये जब्त किए। इसके अलावा 392 बैंक खातों को डेबिट फ्रीज किया गया, जिनमें 122.05 करोड़ रुपये जमा थे।

इसके साथ ही मंत्रालय ने जनता को आगाह किया कि कई बॉलीवुड सितारे, क्रिकेटर और सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स इन प्लेटफॉर्म्स का प्रचार कर रहे हैं। सरकार ने लोगों से सतर्क रहने और इन प्लेटफॉर्म्स से न जुड़ने की अपील की, क्योंकि यह न केवल उनके पैसे को खतरे में डाल सकता है, बल्कि देश की सुरक्षा को भी प्रभावित कर सकता है।

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