नई दिल्ली. अगर आप अपने फोन के लिए Google Play Store से एंटीवायरस ऐप डाउनलोड करने की सोच रहे हैं तो अभी थोड़ा संभल जाइए. ऐसा इसलिए क्योंकि नकली एंटीवायरस ऐप्स और क्लीनर ऐप्स के रूप में खतरनाक SharkBot मैलवेयर गूगल प्ले स्टोर पर वापस आ चुका है, बता दें मैलवेयर कथित तौर पर यूजर्स […]
नई दिल्ली. अगर आप अपने फोन के लिए Google Play Store से एंटीवायरस ऐप डाउनलोड करने की सोच रहे हैं तो अभी थोड़ा संभल जाइए. ऐसा इसलिए क्योंकि नकली एंटीवायरस ऐप्स और क्लीनर ऐप्स के रूप में खतरनाक SharkBot मैलवेयर गूगल प्ले स्टोर पर वापस आ चुका है, बता दें मैलवेयर कथित तौर पर यूजर्स का बैंकिंग डेटा चुरा रहा है. इन खतरनाक ऐप्स में Mister Phone Cleaner और Kylhavy Mobile Security शामिल हैं और डराने वाली बात तो यह है कि इन ऐप्स को पहले से ही 60,000 से ज्यादा बार इंस्टॉल किया जा चुका है, एनसीसी ग्रुप के फॉक्स-आईटी के अनुसार, पोलैंड, मैलवेयर को स्पेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, अमेरिका और ऑस्ट्रिया में यूजर्स को टारगेट करने के लिए ही बनाया गया है. उन्होंने कहा कि इन ऐप्स को ड्रॉपर शार्कबॉट मैलवेयर के इंस्टॉलेशन को ऑटोमैटिकली परफॉर्म करने के लिए आपके अनुमति की भी ज़रूरत नहीं है.
फॉक्स-आईटी के अल्बर्टो सेगुरा ने कहा: “यह नया वर्जन यूज़र्स को एंटीवायरस के खतरों से सुरक्षित रहने के लिए मैलवेयर को नकली अपडेट के रूप में इंस्टॉल करने के लिए कहता है, हमने गूगल प्ले स्टोर में दो SharkbotDopper ऐप को सक्रिय पाया है, जिनमें से प्रत्येक में दस हज़ार से लेकर पचास हज़ार तक इंस्टॉल हैं, ये ऐप आपके एसएमएस को भी पढ़ सकता है और ऑटोमेटेड ट्रांसफर सिस्टम (एटीएस) का उपयोग करके धोखाधड़ी से फंड ट्रांसफर कर सकता है. फॉक्स-आईटी की थ्रेट इंटेलिजेंस टीम ने 22 अगस्त, 2022 को वर्जन 2.25 के साथ एक नए शार्कबॉट सैंपल का पता लगाया था, चौंकाने वाली बात तो ये है कि इस ऐप को अब तक साठ हज़ार लोग इंस्टॉल कर चुके हैं.
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