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Google Gemini 2.0 Features से होंगे आप के ढेर सारे काम आसान, जानें कैसे ?

नई दिल्ली : भविष्य AI का है। अब यह बात और भी साफ होती जा रही है। दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने अपने जनरेटिव AI Google Gemini 2.0 वर्जन लॉन्च कर दिया है। गूगल का कहना है कि इस बार AI इतना पावरफुल होगा कि यह बिना इंसानी दखल के कई काम पूरे कर देगा। आसान भाषा में आप समझ सकते हैं कि जेमिनी 2.0 आपकी तरफ से कई फैसले लेगा और आपके काम पूरे करेगा, यह आपकी सोच से भी आगे जाकर काम कर सकेगा। फिर भी एक बड़ा सवाल यह है कि यह आपकी मदद कैसे करेगा?

Google Gemini 2.0 को एजेन्टिक युग (ऐसा समय जब इंसानी दखल कम से कम होगा, मशीनें और रोबोट ज्यादा से ज्यादा काम करेंगे) के लिए तैयार किया गया है। इस बार इसमें कई ऐसे फीचर्स दिए गए हैं, जो आपके काम को आसान बना देंगे। इसमें डीप रिसर्च, प्रोजेक्ट एस्ट्रा, Gemini 2.0 फ्लैश आदि शामिल हैं।

मुश्किलें आसान कर देगा

जब गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने Gemini 2.0 लॉन्च किया था, तब उन्होंने एक बात साफ कर दी थी कि यह इंसानी निगरानी में ही काम करेगा। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि Gemini 2.0 का उद्देश्य सर्च रिजल्ट में मिलने वाली जानकारी को और अधिक उपयोगी बनाना है। वैसे, इसके लॉन्च के साथ ही गूगल अपने प्रतिस्पर्धियों ओपन एआई और Meta AI से काफी आगे निकल गया है।

जानें फीचर्स

1) यूनिवर्सल असिस्टेंट: जेमिनी 2.0 अब यूनिवर्सल असिस्टेंट की तरह काम करेगा। इसकी अपनी सोचने की शक्ति है। यह यूजर की सोच से परे जाकर उसकी जरूरतों और पसंद को समझ सकता है। इतना ही नहीं, यह यूजर के प्रॉम्प्ट के हिसाब से सोचना भी शुरू कर देगा।

2) एक साथ कई नतीजे देगा: जेमिनी 2.0 की शुरुआत जेमिनी 2.0 फ्लैश से होगी। यह अब मल्टीमॉडल रीजनिंग पर काम करेगा। मतलब यह आपके प्रॉम्प्ट पर टेक्स्ट, इमेज, वीडियो को एक साथ कंपाइल करके रिपोर्ट देगा।

3) गहन शोध कार्य करेगा: जेमिनी 2.0 अब किसी प्रॉम्प्ट पर गहन शोध भी करेगा। इसमें किसी विषय पर लंबे उत्तर देना, जटिल निर्देशों को समझना शामिल है।

4) कॉल का जवाब देगा: जेमिनी 2.0 आपकी जरूरतों को समझकर लोगों को कॉल करना और कॉल का जवाब देना जैसे कई काम करेगा। यह एआई एजेंट भी बनाएगा।

5) एआई एजेंट : जेमिनी 2.0 एआई एजेंट फीचर के साथ भी आता है। ये वास्तव में ऐसे सॉफ़्टवेयर टूल होंगे जो न्यूनतम मानवीय पर्यवेक्षण के साथ एक साथ कई कार्यों को संभालेंगे। इनमें गेमिंग, कोडिंग, निर्णय लेना और समस्या समाधान शामिल हैं।

6) प्रोजेक्ट एस्ट्रा: प्रोजेक्ट एस्ट्रा जेमिनी 2.0 में कई एआई एजेंटों में से एक होगा। यह एक शोध प्रोटोटाइप है जो एक सार्वभौमिक एआई सहायक की क्षमताओं की पहचान करेगा।

7) प्रोजेक्ट मेरिनर: यह वेब ब्राउज़र के लिए डिज़ाइन किया गया एक एआई एजेंट है। यह मनुष्यों के साथ संवाद करेगा और वेब ब्राउज़िंग के दौरान उनकी मदद करेगा।

8) जूल्स: यह डेवलपर्स को कोडिंग में मदद करेगा। यह एक एआई संचालित कोडिंग एजेंट होगा।

 

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Manisha Shukla

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