Facebook Users Mobile Number Data Leak: मार्क जुकरबर्ग का फेसबुक एक बार फिर डेट ब्रीच के मामले में सवालों से घिर गया है. हालिया आई टेक क्रंच की रिपोर्ट का दावा है कि एक सर्वर से फेसबुक के 419 मिलियन यूजर्स के फोन नंबर
नई दिल्ली. डेटा ब्रीच मामले के बाद यूजर्स की सुरक्षा और निजता को लेकर मार्क जुकरबर्ग का फेसबुक एक बार फिर विवादों में है. इस बार सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर 419 मिलियन यानी करीब 41 करोड़ लोगों के फोन नंबर लीक होने का आरोप है. टेक क्रंच की एक रिपोर्ट का दावा है कि फेसबुक के लीक डेटा में से 133 मिलियन अमेरिकी यूजर्स, 50 मिलियन वियतनाम यूजर्स और 18 मिलियन ब्रिटिश यूजर्स बड़े तौर पर शामिल हैं. इन यूजर्स का डेटा लीक होने की प्रमुख वजह मानी जा रही है सर्वर का प्रोटेक्टेड न होना. हालांकि, फेसबुक ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है.
टेक क्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, सिक्योरिटी रिसर्चर संयम जैन ने ऑनलाइन एक ऐसा डेटाबेस ढूंढा जिसमें यूजर आईडी से करीब 419 मिलियन फोन नंबर लिंक्ड हैं. रिपोर्ट की मानें तो लीक डेटा में कई यूजर्स के असली नाम, जेंडर और देश का डेटा भी पब्लिक है. जहां से डेटा चुराया गया वह बिना पासवर्ड के था. लेकिन मामला सामने आने पर उसे ऑफलाइन कर दिया गया.
फेसबुक ने टेक क्रंच की रिपोर्ट पर जवाब देते हुए कहा कि यह डेटा काफी पुराना है और ये पहले ही वापस लिया जा चुका है. फेसबुक ने बताया कि पिछले साल इसी सुरक्षा को देखते हुए कंपनी ने एक फीचर हटा दिया जिससे लोग फोन नंबर के जरिए किसी को फेसबुक पर सर्च कर सकते थे. फेसबुक ने कहा कि डेटा तो हटा ही लिया गया है, साथ ही कोई ठोस सबूत भी नहीं है जिससे कहा जा सके कि ये सभी अकाउंट्स हैक हुए हैं.
फेसबुक ने इस मामले को लेकर अपना बचाव तो कर लिया है. लेकिन कई चीजें अब भी संदेह पैदा कर रही हैं. साथ ही एक सवाल भी उठ रहा है कि आखिर फेसबुक यूजर्स के इतने सारे नंबर बिना पासवर्ड वाले सर्वर पर कैसे और क्यों मौजूद थे.