Facebook Removes Multiple Pages: फेसबुक ने 12 फेसबुक अकाउंट और 10 पेज बंद कर दिए हैं जो अमानवीय व्यवहार की पोस्ट डालते थे. ये केवल वो पेज हैं जो थाईलैंड में उत्पन्न हुए और मुख्य रूप से थाईलैंड और अमेरिका पर केंद्रित थे. फेसबुक की इस बड़ी कार्रवाई में कई और फेक पेज, फेक ग्रुप और फेक अकाउंट बंद किए गए हैं. ये थाइलैंड के अलावा रूस, यूक्रेन और होंडुरास में भी बंद किए गए हैं.
नई दिल्ली. फेसबुक ने गुरुवार को कहा कि उसने अपने पेज और इंस्टाग्राम पर अमानवीय व्यवहार से जुड़ी पोस्ट करने में शामिल कई पेज, ग्रुप और अकाउंट को हटा दिया और ये सभी थाईलैंड, रूस, यूक्रेन और होंडुरास में उत्पन्न हुए थे. फेसबुक ने 12 फेसबुक अकाउंट और 10 पेजों को अमानवीय व्यवहार में शामिल होने के कारण हटा दिया है जो थाईलैंड में उत्पन्न हुए और मुख्य रूप से थाईलैंड और अमेरिका पर केंद्रित थे. नथानिएल ग्लीचर, प्रमुख फेसबुक पर साइबर सुरक्षा नीति ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि हालांकि इस गतिविधि के पीछे के लोगों ने अपनी पहचान छुपाने का प्रयास किया, लेकिन हमारी समीक्षा में पाया गया कि इस गतिविधि में से कुछ थाईलैंड में न्यू ईस्टर्न आउटलुक से जुड़े एक व्यक्ति से जुड़ा था, जो मास्को में स्थित एक रूसी सरकार द्वारा वित्त पोषित पत्रिका है.
उन्होंने कहा, हमने अपने द्वारा हटाए गए अभियानों के बीच कोई लिंक नहीं पाया, लेकिन सभी ने दूसरों को गुमराह करने के लिए खातों के नेटवर्क बनाए कि वे कौन थे और क्या कर रहे थे. यूक्रेन में चुनाव से पहले, फेसबुक ने 18 फेसबुक खातों, नौ पेजों और तीन समूहों को समन्वित अमानवीय व्यवहार में शआमिल होने के लिए हटा दिया जो मुख्य रूप से रूस में उत्पन्न हुए और यूक्रेन पर ध्यान केंद्रित किया. फेसबुक ने बताया कि इसके अलावा, यूक्रेन में चुनाव से पहले, समन्वित अमानवीय व्यवहार में लगे हुए हमने 83 फेसबुक अकाउंट, दो पेज, 29 ग्रुप और पांच इंस्टाग्राम अकाउंट बंद किए हैं जो रूस और यूक्रेन में लुहान्स्क क्षेत्र में उत्पन्न हुए और यूक्रेन पर ध्यान केंद्रित किया. अंत में, फेसबुक ने कहा, उसने 181 खातों और 1,488 फेसबुक पेजों को हटा दिया जो होंडुरास में घरेलू-केंद्रित असावधान गतिविधि में शामिल थे.
बता दें कि फेसबुक पर फेक खबरों को लेकर लंबे समय से शिकंजा कसा हुआ है. इससे पहले भी फेसबुक को कई बार चेतावनी दी जा चुकी थी कि फर्जी खबरों को रोकने के लिए कदम उठाए जाएं. फेसबुक ने कई कंपनियों के साथ मिलकर फर्जी खबरों का पता लगाने की कोशिश की थी. इसी के बाद कार्रवाई की गई और फर्जी खबरों से जुड़े पेजों, ग्रुप और अकाउंट को बंद कर दिया गया.