सोशल मीडिया का बढ़ता उपयोग लोगों को जोड़ने के साथ-साथ कई बार कानूनी पचड़ों में भी डाल सकता है। इससे आपको जेल की हवा खानी पड़ सकती है। फेसबुक पर अश्लील फोटो, वीडियो या मैसेज शेयर करना साइबर अपराध की श्रेणी में आता है।
नई दिल्ली: सोशल मीडिया का बढ़ता उपयोग लोगों को जोड़ने के साथ-साथ कई बार कानूनी पचड़ों में भी डाल सकता है। खासकर, फेसबुक जैसे पॉपुलर प्लेटफॉर्म पर अगर आप साइबर कानूनों का उल्लंघन करते हैं, तो आपको जेल की हवा खानी पड़ सकती है।
फेसबुक पर अश्लील फोटो, वीडियो या मैसेज शेयर करना साइबर अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसा करने पर आपके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
दूसरे व्यक्ति के नाम पर फर्जी अकाउंट बनाना और उसका दुरुपयोग करना गंभीर अपराध है। यह न केवल साइबर क्राइम है, बल्कि यह व्यक्ति की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का मामला भी बन सकता है।
धार्मिक, जातीय या समुदाय विशेष के खिलाफ नफरत फैलाने वाली पोस्ट करना कानूनन अपराध है। ऐसा करने पर आप पर कार्रवाई तय है।
सोशल मीडिया पर झूठी खबरें शेयर करना समाज में अफवाहें फैलाने का कारण बन सकता है, जिससे आप पर कड़ी हो कार्रवाई सकती है
किसी व्यक्ति को मैसेज या पोस्ट के जरिए धमकाना कानूनन जुर्म है। इसके लिए सख्त सजा का प्रावधान है।
बिना अनुमति किसी की निजी जानकारी, फोटो या वीडियो शेयर करना गैरकानूनी है और इसके लिए आपको जेल की सजा हो सकती है।
किसी का फेसबुक अकाउंट हैक करना या ऐसा करने की कोशिश करना गंभीर साइबर अपराध है, जो की आपको महंगा पड़ सकता है.
बिना अनुमति किसी की फोटो, वीडियो, गाने या अन्य सामग्री का इस्तेमाल करना कानूनी कार्रवाई का कारण बन सकता है। इससे आपके खिलाफ कॉपीराइट कंटेंट का केस दर्ज हो सकता है.
धोखाधड़ी वाले विज्ञापन या स्कैम लिंक शेयर करना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि यह आपके लिए मुसीबत का सबब बन सकता है।
फेसबुक पर अपमानजनक टिप्पणियां या नफरत फैलाने वाले संदेश पोस्ट करना साइबर क्राइम की श्रेणी में आता है। इससे आपको जेल की हवा खानी पड़ सकती है.
फेसबुक पर किसी भी तरह का कंटेंट पोस्ट करने से पहले यह ज़रूर देख ले कि वह साइबर कानूनों का उल्लंघन न करती हो। थोड़ी सी लापरवाही आपको जेल पहुंचा सकती है।
ये भी पढ़ें: Google Maps पर हुआ बड़ा बदलाव, अब पल भर में पता चेलगा मेट्रो का टाइमटेबल