नई दिल्ली : देश में साइबर अटैक का खतरा काफी तेजी से बढ़ रहा है. साइबर फ्रॉड लोगों को ठगने के लिए नए-नए हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे में एक हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है. बता दें कि चार में से हर एक भारतीय पर साइबर हैकिंग का खतरा है. साइबर […]
नई दिल्ली : देश में साइबर अटैक का खतरा काफी तेजी से बढ़ रहा है. साइबर फ्रॉड लोगों को ठगने के लिए नए-नए हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे में एक हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है. बता दें कि चार में से हर एक भारतीय पर साइबर हैकिंग का खतरा है. साइबर खतरे को लेकर सामने आई जानकारी आपको परेशान कर सकती है, तो आइए जानें पूरी डिटेल….
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इस साल जनवरी से मार्च के पहले तीन महीनों में हर चार में से एक भारतीय को साइबर हमले का सामना करना पड़ा है. बता दें कि देश में 22.9 फीसदी इंटरनेट यूजर्स को निशाना बनाया गया है. इस अवधि के दौरान 20.1 प्रतिशत वेब यूजर्स स्थानीय खतरों के संपर्क में आए है. दरअसल मैलवेयर अटैक देश में यूजर्स के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है, आगे जानिए अलग-अलग साइबर अटैक से कैसे खुद को सुरक्षित रखें.
आजकल फिशिंग अटैक के कई मामले सामने आ रहे हैं। फिशिंग अटैक से बचने के लिए कभी भी अपनी संवेदनशील जानकारी जैसे बैंक डिटेल और जन्म की तारीख आदि को साझा न करें। हमेशा बैंक की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए ही लॉगइन करें।
विशिंग स्कैम एक तरह का बैंक स्कैम होता है। इस तरह के स्कैम में कोई बैंक अधिकारी या पॉलिसी बेचने वाला बनकर कस्टमर को कॉल करता है और उससे बैंक की डिटेल हासिल कर लेता है। ऐसे में कभी भी किसी के साथ अपनी बैंकिंग डिटेल और ओटीपी भी शेयर नहीं करना है।
स्मिशिंग फ्रॉड या फिर टेक्स्ट बेस्ड स्कैम। इस तरह की जालसाजी में साइबर ठग एक भरोसे वाला व्यक्ति बनकर एक फर्जी एसएमएस भेजता है। ऐसे में कभी भी किसी भी अनजान नंबर या मैसेज पर लिंक न करें। ऐसा करने पर फोन से डेटा लीक हो सकता है या फिर फोन हैक हो सकता है।
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