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सोशल मीडिया की वजह से मुजरिम बन रहे बच्चे, देश में TikTok होगा बैन

यूरोपीय देश अल्बेनिया ने बच्चों पर सोशल मीडिया के बढ़ते नकारात्मक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए टिकटॉक पर एक साल तक के लिए प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। नवंबर में एक 14 वर्षीय छात्र की उसके सहपाठियों ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी, जिसने सभी हो हैरान कर दिया था.

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Children are becoming criminals because of social media, TikTok will be banned in the country
  • December 23, 2024 2:22 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 hours ago

नई दिल्ली: यूरोपीय देश अल्बेनिया ने बच्चों पर सोशल मीडिया के बढ़ते नकारात्मक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए टिकटॉक पर एक साल तक के लिए प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। यह कदम एक 14 वर्षीय स्कूली छात्र की हत्या के बाद उठाया गया, जिसके बाद सोशल मीडिया की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए थे। अल्बेनिया के प्रधानमंत्री इडी रामा ने शिक्षकों और अभिभावकों से मुलाकात के बाद इस प्रतिबंध की घोषणा हुई । यह फैसला 2025 से लागू होगा।

छात्र की हत्या

नवंबर में एक 14 वर्षीय छात्र की उसके सहपाठियों ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी, जिसने सभी हो हैरान कर दिया था. वहीं जानकारी के अनुसार, यह घटना एक सोशल मीडिया बहस के बाद हुई थी। कुछ वीडियो भी सामने आए, जिसमें स्कूली बच्चों द्वारा हिंसा को सही ठहराया जा रहा था।

प्रधानमंत्री रामा ने इस घटना के लिए सोशल मीडिया, खासकर टिकटॉक को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, “आज की समस्या बच्चे नहीं हैं, बल्कि हम और हमारा समाज हैं। समस्या टिकटॉक और ऐसे प्लेटफॉर्म्स हैं, जो बच्चों को हिंसा और अन्य बुराइयों की ओर धकेल रहे हैं।” उन्होंने स्पष्ट किया कि अगले एक साल तक अल्बेनिया में टिकटॉक का उपयोग पूरी तरह बंद रहेगा।

Tiktok

इन देशों ने भी उठाए सख्त कदम

अल्बेनिया से पहले फ्रांस, जर्मनी और बेल्जियम जैसे देशों ने भी बच्चों पर सोशल मीडिया के प्रभाव को सीमित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। ऑस्ट्रेलिया ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।

टिकटॉक ने दी प्रतिक्रिया

इस प्रतिबंध पर प्रतिक्रिया देते हुए टिकटॉक ने कहा कि वह अल्बेनियाई सरकार से मामले की पूरी जानकारी जुटा रहा है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि घटना से संबंधित बच्चों के पास टिकटॉक अकाउंट था या नहीं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना से जुड़े वीडियो टिकटॉक पर नहीं, बल्कि बाकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपलोड किए गए थे।

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