नई दिल्ली। वर्तमान में OpenAI का जेनरेटिव एआई-आधारित चैटबॉट ChatGPT लोगों के बीच काफी पॉपुलर है। ChatGPT का इस्तेमाल ज्यादातर आसान प्रश्नों के लिए किया जाता है। ऐसे में कुछ यूजर्स इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करने के लिए प्लगइन्स और एक्सटेंशन तक पहुंचते हैं। जहां जानकारी लेने के लिए यूजर्स को कुछ जानकारियां शेयर करनी […]
नई दिल्ली। वर्तमान में OpenAI का जेनरेटिव एआई-आधारित चैटबॉट ChatGPT लोगों के बीच काफी पॉपुलर है। ChatGPT का इस्तेमाल ज्यादातर आसान प्रश्नों के लिए किया जाता है। ऐसे में कुछ यूजर्स इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करने के लिए प्लगइन्स और एक्सटेंशन तक पहुंचते हैं। जहां जानकारी लेने के लिए यूजर्स को कुछ जानकारियां शेयर करनी होती हैं। लेकिन जानकारियां शेयर करते समय आपको सतर्क रहना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि चैटबॉट के साथ शेयर किए जाने वाले डेटा के बारे में कुछ बातें कथित तौर पर लीक होने के बारे में बताया गया है।
दरअसल, हाल ही में पेश हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक, चैट जीपीटी(ChatGPT) का इस्तेमाल करते समय हम जो डेटा शेयर करते हैं, उसके लीक होने की संभावना है। कथित तौर पर चैटी जीपीटी से होने वाले प्राइवेट कन्वर्सेशन का डेटा लीक होने की बात सामने आई है। हाल ही में एक स्क्रीनशॉट सामने आया, जिसमें ये बताया गया है कि यहां से यूजरनेम और पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारियां लीक हो रही हैं।
वहीं इस पूरे मामले पर OpenAI के अधिकारियों ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि जिस डेटा के बारे में बात हो रही है, दरअसल उसके साथ की जा रही है उसके साथ छेड़खानी हुई है। इसके अलावा एक बयान में ये कहा गया है कि हमने जो पाया, हम इसे एक खाता अधिग्रहण मानते हैं क्योंकि यह उस गतिविधि के अनुरूप है जिसे हम देखते हैं, जहां कोई व्यक्ति पहचान के ‘पूल’ में योगदान दे रहा है जिसे बाहरी समुदाय या प्रॉक्सी सर्वर वितरित करने के लिए उपयोग करता है।
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी चैटजीपीटी ( ChatGPT) की तरफ से यूजर्स की पर्सनल जानकारियां लीक होने की बात सामने आई थी। मार्च 2023 में कथित तौर पर आए कुछ बग्स के कारण ऐसा दिखाई दिया था। उस समय रिसर्चर्स एआई बॉट को LLM प्रशिक्षण में इस्तेमाल किए गए निजी डेटा को प्रकट करने और प्रोत्साहित करने के लिए प्रश्नों का उपयोग करने में निपुण थे।
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