चंडीगढ़ : चंडीगढ़ का रहने वाला हर्षित शर्मा मंगलवार को अचानक से उस वक्त सुर्खियों में आ गया जब यह खबर आई की गूगल ने उसे सलाना 1 करोड़ से ज्यादा रुपये सैलरी देने का ऑफर किया है, लेकिन गूगल ने अब इस खबर को पूरी तरह से खारिज कर दिया है.
दरअसल हर्षित के बारे में दावा किया जा रहा था उसे गूगल की तरफ से सालाना 1.44 करोड़ रुपये की सैलरी पर डिजाइनर बनने का ऑफर मिला है. इस खबर को सिरे से खारिज करते हुए गूगल ने कहा है कि उसके पास ऐसे किसी लड़के को ऐसा ऑफर दिए जाने की खबर नहीं है.
गूगल के प्रवक्ता ने बताया कि अभी हमारे पास हर्षित शर्मा को ऐसा ऑफर दिए जाने की कोई खबर नहीं है. बता दें कि यह खबर तब फैलनी शुरू हुई जब चंडीगढ़ के पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट द्वारा एक स्टेटमेंट में कहा गया था कि चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले हर्षित को गूगल ने जॉब ऑफर किया है.
हर्षित का कहना था कि अपनी खुशी को जा़हिर करने के लिए मेरे पास शब्दक नहीं हैं, यह किसी सपने के सच होने जैसा है. कहा गया था कि शुरुआत में एक साल हर्षित को ट्रेनिंग पर रखा जाएगा और इसके लिए हर माह उसे 4 लाख रुपए सैलरी दी जाएगी. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद प्रति माह 12 लाख रुपए सैलरी दी जाएगी, यहां वह ग्राफिक डिजाइनर के पद पर नियुक्त किए गए थे.
एक मीडिया संस्थान से बातचीत के दौरान हर्षित ने कहा कि जब मैं 10 साल का था मुझे तभी से ग्राफिक डिजाइनिंग सीखना काफी पसंद था. इसके बाद हर्षित ने ठान लिया था कि वह गूगल में नौकरी करेगा और तब ही से उसने कड़ी मेहनत करना शुरू किया. बता दें कि हर्षित ने अपने अंकल रोहित शर्मा से ग्राफिक डिजाइनिंग की ट्रेनिंग ली.
इतना ही नहीं हर्षित के टीचर्स ने भी उन्हें एक होनहार छात्र बताया. टीचर ने मीडिया को यह भी बताया कि हर्षित ने 7 हजार रुपए का पुरस्कार डिजिटल इंडिया योजना के तहत भी जीता था. अब गूगल के इनकार के बाद परिवार ने चुप्पी साध ली है.
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