नई दिल्ली. आपके पास डबल सिमकार्ड वाला 4G फोन है, कनेक्शन भी आपने 4G ले रखा है फिर भी नेट की स्पीड ऐसी है कि कोई पेज बिना बफर हुए फटाक से खुलता नहीं तो शायद सिमकार्ड को री-सेट करने से इंटरनेट की स्पीड पर कोई चमत्कार नज़र आ सकता है.
ऐसा हम यूं ही नहीं कह रहे. बुधवार को तो संसद में खुद सरकार ने ही कह दिया है कि डबल सिमकार्ड वाले 4जी मोबाइल फोन में नेट की स्पीड में दिक्कत है इसलिए सरकार ने मोबाइल बनाने वाली कंपनियों से कहा है कि वो सिम कार्ड की तकनीक को अपग्रेड करे ताकि स्पीड खराब ना हो.
आईटी राज्य मंत्री पीपी चौधरी ने बुधवार को लोकसभा को बताया कि दूरसंचार नियामक TRAI के मुताबिक डबल सिम वाले 4जी स्मार्टफोन में नेट की स्पीड को लेकर दिक्कत है. मंत्री ने बताया कि ऐसे फोन में दो सिम के स्लॉट में एक ही 4जी का होता है जबकि दूसरा सिम स्लॉट 2जी या 3जी का होता है.
मंत्री ने बताया कि ऐसे कुछ फोन में 4जी सिम का स्लॉट मोबाइल बनाने वाली कंपनी पहले से फिक्स कर देती है और कुछ में ये ऑप्शन ग्राहक के पास होता है कि वो किस स्लॉट में 4जी और किस स्लॉट में 2जी या 3जी सिम डालेगा.
मंत्री ने संसद को बताया कि डबल सिम वाले फोन में स्पीड की दिक्कत तो है ही लेकिन अगर फोन के 2जी या 3जी सिम के स्लॉट में 4जी का सिम डाल दिया जाए तो स्पीड की दिक्कत और बढ़ जाती है. मंत्री ने कहा कि सही सिम को सही स्लॉट में डालने से स्पीड की दिक्कत बहुत हद तक दूर की जा सकती है.
मंत्री ने बताया कि स्पीड की दिक्कत तब भी गहरी हो सकती है जब दोनों सिम स्लॉट में दो अलग-अलग कंपनियों के 4जी सिम लगाए गए हों लेकिन उन दो कंपनियों में कोई एक कंपनी सिर्फ 4जी सर्विस ही देती हो.
मंत्री ने संसद को बताया कि मोबाइल बनाने वालों को सिम स्लॉट की तकनीक बेहतर करने कहा गया है जबकि सेल्युलर ऑपरेटर्स से ग्राहकों को जागरूक करने कहा गया है कि वो कौन सा सिम कार्ड किस सिम स्लॉट में लगाएं जिससे इंटरनेट की स्पीड बढ़िया मिले.