नई दिल्ली: देश की दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी विप्रो ने मंगलवार को कंपनी का लोगो बदल दिया. करीब दो दशक तक देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी फर्म विप्रो ने कई रंगों के सूरजमुखी वाले फूल वाले लोगों को हटाकर एक दूसरे को जोड़ते हुए बिंदू वाला लोगो बनाया है. विप्रो के मुताबिक ये क्लाइंट्स के लिए उनके काम करने का तरीका बताता है.
विप्रो ने कहा कि ब्रांड की नई पहचान के साथ कंपनी अपने क्लाइंट्स के लिए वैश्विक स्तर पर स्थानीय क्षमताओं के साथ विश्विसनीय डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में उभरी है.
विप्रो के चैयरमैन अजीम प्रेमजी ने कहा कि हमारे ब्रांड की पहचान इससे है कि हम अपने क्लाइंट्स के लिए क्या करते हैं और उसे क्या मायने हैं. गौरतलब है कि 1945 में कंपनी की शुरूआत महाराष्ट्र के अमलनेर में पश्चिमी भारत के सब्जी उत्पादनों के तौर पर हुई थी वहीं 1981 में कंपनी आईटी के बिजनेस में उतरी और 1985 में स्वदेशी कंप्यूटर के वितरण में कंपनी नंबर वन बन गई.