नई दिल्ली: भारतीय सेना के अधिकारी और जवान अब तक रफ-टफ इलाकों में पेट्रोलिंग के लिए मारुति जिप्सी पर सवार दिखते थे लेकिन आगे से ये लोग टाटा सफारी स्टॉर्म पर नजर आएंगे क्योंकि सेना ने जिप्सी की जगह स्टॉर्म खरीदने का फैसला किया है.
भारतीय सेना ने 4 बाय 4 कैटेगरी में 3192 टाटा सफारी स्टॉर्म का ऑर्डर दिया है जिसे सेना ने करीब-करीब 15 महीने के ट्रायल के बाद खरीदने का फैसला किया है. सेना ने इसे दुर्गम पहाड़ी इलाकों से लेकर रेगिस्तानी इलाकों में ट्राई किया और तब जाकर पास किया है.
सेना ने इस कैटेगरी में गाड़ियों की खरीद के लिए तीन अहम शर्तें रखी थीं. एक तो गाड़ी का प्लेलोड 800 किलोग्राम हो, दूसरा छत मजबूत हो और तीसरा उसमें एसी हो. टाटा स्टॉर्म ने इन तीनों ही शर्तों को बाकी गाड़ियों से ज्यादा बेहतर तरीके से पूरा किया है.
टाटा मोटर्स ने 10 टन क्षमता वाले 6 बाय 6 कैटेगरी में पहले ही टाट्रा को रिप्लेस कर दिया था. अब स्टॉर्म का ऑर्डर मिलने से टाटा मोटर्स भारतीय सेना को गाड़ियां सप्लाई करने वाली शीर्ष कंपनियों में शामिल हो गई है. 1958 से अब तक टाटा मोटर्स ने भारतीय सेना को करीब 1.50 लाख अलग-अलग गाड़ियां सप्लाई की हैं.
टाटा मोटर्स के वाइस प्रेसिडेंट वर्नान नरोन्हा ने ऑर्डर पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कंपनी ने सेना को सप्लाई के लिए टाटा स्टॉर्म में कई अहम बदलाव किए हैं और ये आम लोगों को मिलने वाले टाटा स्टॉर्म से अलग होगी.