कोलकाता: भारत में वर्तमान समय में रियायंस जिओ मजबूती के साथ भारतीय टेलिकॉम बाजार में खड़ा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक रिलायंस जिओ को मात देने के लिए दो टेलीकॉम कंपनियां वोडफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर हाथ मिला सकती है.
वोडफोन और आइडिया अगर एक साथ मिल जाते हैं तो ये विलय सबसे बड़ी कंपनी स्पेक्ट्रम होल्डर के मामले में रिलायंस जिओ को पीछे छोड़ देगी. मुकेश अंबानी की स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस जिओ ओवरऑल नेटवर्क कैपिसिटी के मामले में देश में टॉप पर है.
नेटवर्क शेयर
रिलायंस जिओ का नेटवर्क शेयर 31 फीसदी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर वोडाफोन और आइडिया का विलय हो जाता है तो दोनों कंपनियों का नेटवर्क कैपिसिटी शेयर एक होकर 35 फीसदी हो जाएगा. इसके अलावा विलय से बनने वाली कंपनी के पास 26 फीसदी स्पेक्ट्रम मार्केट शेयर होगा.
स्पेक्ट्रम हिस्सेदारी
फिलहाल इस मामले में 21 फीसदी स्पेक्ट्रम हिस्सेदारी के साथ भारती एयरटेल टॉप पर है. इसके बाद 17 फीसदी हिस्सेदारी के साथ रिलायंस जिओ दूसरे पायदान पर है. सूत्रों के मुताबिक दोनों कंपनियां मिलकर जिओ और एयरटेल को कड़ी टक्कर दे सकती हैं. हालांकि रिलायंस जिओ डेटा नेटवर्क के कैपिसिटी शेयर के मामले में नंबर वन पर ही रहेगा.