कोबाल्ट नाम के हैकर्स के समूह ने कई यूरोपीय देशों के एटीएम को एक साथ निशाना बनाया है. इन समूह ने एक सॉफ्टवेर के जरिये रिमोटली अटैक किया.
नई दिल्ली. कोबाल्ट नाम के हैकर्स के समूह ने कई यूरोपीय देशों के एटीएम को एक साथ निशाना बनाया है. इन समूह ने एक सॉफ्टवेर के जरिये रिमोटली अटैक किया.
इस सॉफ्टवेयर के जरिये एटीएम मशीनों से कैश निकाल लिया गया. निशाना बनाये गए देशों में अर्मेनिआ, बेलारूस, बुल्गारिया समेत 15 देश शामिल थे. इसके बारे में दो सबसे बड़ी एटीएम मशीनों के निर्माता एनसीआर और डीबोल्ड निक्सडॉर्फ़ का कहना है कि उन्हें इस तरह के हमले की जानकारी थी और वह नुक्सान को कम से कम करने के लिए काम कर रहे हैं.
इस बारे में ग्रुप आईबी थ्रेट इंटेलिजेंस के हेड डमिट्री वोल्कोव ने बताया एटीएम पर आने वाले समय में और भी हमले हो सकते हैं. उन्होंने आगे बताया कि ‘इन हैकर्स के हमले अगले स्तर तक बढ़ चुके हैं अब यह एक साथ कई मशीनों को अपना निशाना बनाते हैं हालांकि यह बात वह भी जानते हैं कि उन्हें जल्द पकड़ लिया जाएगा. ऐसे में वह ज्यादा से ज्यादा पैसा चुरा लेना चाहते हैं.’
ग्रुप आईबी के रिसर्चर्स का यह भी मानना है कि कोबाल्ट का सम्बन्ध बुहट्रैप नाम के साइबरक्राइम ग्रुप से हो सकता है. दरअसल आईबी ने इन दोनों के ही हैकिंग के तरीकों में समानता पाई है.