अमेरिकी चुनावों में फेसबुक और गूगल पर देखने को मिली झूठी ख़बरों के बाद दोनों ने ही ऐसी खबरों के स्त्रोत पर कड़े कदम उठाने का फैसला लिया है. इस बारे में दोनों ने ही हाल ही में घोषणाएं की हैं.
सैन फ्रांसिस्को. अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में फेसबुक और ट्विटर पर झूठी खबरें प्रकाशित होने की शिकायते मिलने के बाद दोनों ही कंपनियों ने इसके खिलाफ कड़े कदम उठाने की बात कही है. इस बारे में दोनों ही कंपनियों अपना-अपना मत रखा है.
इस बारे में गूगल का कहना है कि ‘वह झूठी ख़बरें प्रकाशित करने वाली वेबसाइटों पर अंकुश लगाने के लिए नीति में बदलाव करने पर काम कर रही है.’ उन्होंने आगे बताया कि ऐसा करने वाले उसकी
वह वेबसाइटों पर अंकुश लगाने के लिए नीति में बदलाव करने पर काम कर रही है एडसेंस एडवरटाइजिंग नेटवर्क का उपयोग कर सामग्री को गलत तरीके से पेश करते हैं. वहीं फेसबुक ने इसके लिए अपनी विज्ञापन नीतियों में सुधार किया है. बता दें कि अमरीकी राष्ट्रपति के चुनाव के वक़्त ऐसी शिकायते मिली थी कि गलत और झूठी खबरों की वजह से लोगों का रुझान रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की ओर हुआ.
इसके बाद दोनों ही कम्पनियों को अपनी-अपनी बात रखनी पड़ी. वहीं फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने अमरीकी चुनावों में फेसबुक की किसी भी तरह की भूमिका से ही इनकार किया है.