Fixed Deposit: किसी भी Fixed Deposit को मैच्योरिटी डेट से पहले तोड़ने पर इस पर पेनाल्टी लगाया जाता है. आमतौर पर Fixed Deposit लोगों को Premature withdrawal यानी कि जरूरत पड़ने पर मैच्योरिटी से पहले इन्वेस्ट किया हुआ पैसा निकालने की सहूलियत देता है. ऐसे में अगर आप इमरजेंसी में पैसों की जरूरत के लिए […]
Fixed Deposit: किसी भी Fixed Deposit को मैच्योरिटी डेट से पहले तोड़ने पर इस पर पेनाल्टी लगाया जाता है. आमतौर पर Fixed Deposit लोगों को Premature withdrawal यानी कि जरूरत पड़ने पर मैच्योरिटी से पहले इन्वेस्ट किया हुआ पैसा निकालने की सहूलियत देता है. ऐसे में अगर आप इमरजेंसी में पैसों की जरूरत के लिए तय अवधि से पहले FD को तोड़ते हैं तो आपको पेनाल्टी या जुर्माने के रूप में एक तय राशि बैंक को देनी पड़ती है.
आज के समय में लोग इन्वेस्ट करने के लिए अलग अलग तरीकों में रुचि जाहिर करने लगे हैं लेकिन फिर भी सबसे सुरक्षित एवं बेहतर तरीका FD का ही माना जाता है. इसमें निवेशक को किसी तरह की नुकसान वाली बात नहीं होती हैं.
इसके साथ ही अगर आपकी रसीद कहीं खो जाती है और इस दरमियान आपको FD तुड़वाने की नौबत आती है तो आपको (Fixed Deposit) फिक्स डिपॉजिट तोड़ने के लिए एक फार्म भरना पड़ता है जिसके बाद आपके सेविंग अकाउंट में पैसा आ जाता है।
बहरहाल, सभी बैंक FD तोड़ने पर जुर्माना नहीं लेते हैं लेकिन कुछ बैंक 0.5 फीसदी और 1 फीसदी के बीच के ब्याज दर से जुर्माना चार्ज करते हैं। इसके साथ ही आपको बता दें, Traditional FD में प्रीमैच्योर withdrawal पर आम तौर पर 1 प्रतिशत का जुर्माना लगाया जाता है.
ऐसे में आपको बता दें, इस तरह से बचने के लिए आप 2 तरह के उपाय अपना सकते हैं. पहला अगर आपको ये लगता है कि कुछ समय बाद आपको पैसे की ज्यादा जरूरत पड़ सकती है तो ऐसे में आप कम समय की ही Fixed Deposit करवाएं। ऐसे में आपके लिए 6 महीने या साल भर का ऑप्शन सही साबित हो सकता है.
इसके बाद दूसरा तरीका ये है कि आप एक Fixed Deposit में अपना सारा पैसा निवेश न करके छोटे-छोटे अमाउंट के कई FD कराएं। इससे अगर आपको समय से पहले पैसा निकालने की जरूरत पड़ती भी है तो आपको सभी FD तुड़वाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. आप अपने हिसाब से किसी 1 FD से पैसा निकाल सकते हैं.