Weather: भारी बरसात की वजह से 34 लोगों की मौत, दिल्ली से शिमला तक रास्ते बने समंदर

नई दिल्ली: भारी बरसात की वजह से उत्तर और पश्चिम भारत में तबाही का मंजर नजर आ रहा है। हिमाचल प्रदेश के साथ पहाड़ी राज्यों को सबसे अधिक हानि पंहुचा है। पिछले 24 घंटे के दौरान झमाझम बरसात के वजह से भूस्खलन, घर ध्वस्त होने, बादल फटने, बिजली और पेड़ गिरने से 34 लोगों की […]

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Weather: भारी बरसात की वजह से 34 लोगों की मौत, दिल्ली से शिमला तक रास्ते बने समंदर

Noreen Ahmed

  • July 10, 2023 7:12 am Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: भारी बरसात की वजह से उत्तर और पश्चिम भारत में तबाही का मंजर नजर आ रहा है। हिमाचल प्रदेश के साथ पहाड़ी राज्यों को सबसे अधिक हानि पंहुचा है। पिछले 24 घंटे के दौरान झमाझम बरसात के वजह से भूस्खलन, घर ध्वस्त होने, बादल फटने, बिजली और पेड़ गिरने से 34 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे अधिक 11 मौतें हिमाचल में हुईं। साथ ही उत्तर प्रदेश में 8, उत्तराखंड में 6, दिल्ली में 3, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा में दो और पंजाब में दो लोगों की जान गई। हिमाचल प्रदेश की मंडी में ब्यास नदी के उफान में 40 वर्ष पुराना पुल बह गया है। राजधानी दिल्ली में 41 साल बाद जुलाई में एक दिन में 153 मिलीमीटर बरसात देखने को मिल रही है। इसके आलावा बरसात के चलते उत्तर रेलवे ने 17 ट्रेनें रद्द कर दी हैं।

राजधानी दिल्ली में यमुना का पानी खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल, पंजाब के सीएम और दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल से बातचीत कर हालात से निपटने में केंद्र से हरसंभव सहायता का विश्वास जताया।

अगले 48 घंटों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी

हिमाचल में 24 जून को मानसून पहुंचने के बाद से ही भारी तबाही मच गई है। शनिवार (8 जुलाई) देर रात मंडी और कुल्लू में बादल फटने से ब्यास नदी में अचानक पानी बढ़ गया, जिसमें 3 पुल, एक एटीएम के साथ 4 दुकानें बह गईं। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 48 घंटों में भारी बारिश को लेकर रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं पंजाब के कई क्षेत्रों में ट्रैक पर पानी भरने से अंबाला से ऊना-अंब-दौलतपुर चौक आने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ अन्य ट्रेनों की आवाजाही ठप रही।

अचानक आई बाढ़ की वजह से बह गईं कारें

बता दें कि बादल फटने के बाद ब्यास नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से कुल्लू-मनाली में कई गाड़ियां बह गईं है। भूस्खलन से मनाली-लेह, चंडीगढ़-मनाली के साथ 5 नेशनल हाईवे, 736 सड़कें बंद हो चुकी हैं। वहीं हेरिटेज कालका-शिमला ट्रैक पर मलबा गिरने की वजह से ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है।

 

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