Ram Janmabhoomi-Babri Masjid case Highlights: शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले की सुनवाई होनी थी. ये सुनवाई 10.40 बजे शुरु हुई. मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर के मामले में न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अध्यादेश लाने के बारे में निर्णय किया जा सकता है.
नई दिल्ली. आज सुप्रीम कोर्ट में बेहद संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में सुनवाई की जानी थी. ये सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपीलों पर होनी थी. हालांकि ये सुनवाई अब 10 जनवरी तक टल गई है. इस मामले में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस संजय किशन कौल की पीठ ने सुनवाई की. उन्होंने कहा कि इस मामले में अब सुनवाई 10 जनवरी को होगी और इसके लिए एक नई बेंच का गठन किया जाएगा. ये नई बेंच ही अगली सुनवाई करेगी. सुनवाई शुक्रवार सुबह 10:40 बजे शुरू हुई. ये सुप्रीम कोर्ट में इलाहाबाद हाईकोर्ट के सितंबर 2010 के फैसले के खिलाफ दायर 14 याचिकाओं पर सुनवाई की जाएगी.
बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2010 में अपने फैसले में 2.77 एकड़ भूमि को सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला के बीच समान रूप से बांटने का आदेश दिया था. 27 सितंबर 2018 को तत्कालीन चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने 2-1 के बहुमत से 1994 के एक फैसले में की गई अपनी टिप्पणी पर नए सिरे से विचार करने के लिए मामले को पांच न्यायमूर्तियों की खंडपीठ के पास भेजने से इंकार कर दिया था.