Army Lt General Ashwani Kumar Interview: भारतीय सेना के एडजुटेंट जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार ने न्यूज एक्स के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया कि भले ही सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिकता यानी होमोसेक्सुअलिटी और एडल्टरी को अपराध मुक्त कर दिया है. मगर सेना में ऐसी चीजों की कोई जगह नहीं है, सेना में समलैंगिकता और एडल्टरी को अनैतिक माना जाता है. उन्होंने अपने रिटायरमेंट के एक दिन पहले न्यूज एक्स से बातचीत में बताया कि सैन्य अधिकारी इस मामले में रक्षा मंत्रालय से बातचीत कर रहे हैं.
नई दिल्ली. भारतीय सेना केएडजुटेंट जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार ने न्यूज एक्स से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा है कि भले ही समलैंगिकता को कानूनी मान्यता मिल गई है लेकिन आर्मी में समलैंगिकता को अनैतिक ही माना जाएगा. उन्होंने बताया कि सेना में समलैंगिकता यानी होमोसेक्सुअलिटी और एडल्टरी को अपराध माना जाए. इस बारे में सैन्य अधिकारियों ने रक्षा मंत्रालय से बात भी की है. लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार ने बताया कि पूर्व में समलैंगिकता और एडल्टरी में संलिप्त रहने वाले सेना के जवानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती थी, सुप्रीम कोर्ट से कानूनी मान्यता मिलने के बाद ऐसे सैन्यकर्मियों द्वारा किए गए ऐसे कृत्यों को अलग धाराओं के तहत सजा देनी चाहिए. आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल ही समलैंगिकता और एडल्टरी को अपराध मुक्त कर दिया था.
भारतीय सेना के एडजुटेंट जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार ने अपने रिटायरमेंट के एक दिन पहले बुधवार को इस मुद्दे पर न्यूज एक्स के स्ट्रैटेजिक अफेयर्स संपादक आशीष सिन्हा से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि कुछ कानून कानूनी रूप से सही होते हैं लेकिन नैतिक रूप से गलत होते हैं. एडजुटेंट जनरल सेना के जवानों और अधिकारियों के कल्याण विभाग का प्रमुख होता है और उनकी शिकायतों से निपटारा भी उन्हें ही करना होता है.
उन्होंने इन मामलों पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं किया जाएगा जिससे सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन हो. सुप्रीम कोर्ट के फैसले सर्वोपर्रि हैं और सेना उनका पालन करेगी. इससे पहले सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी होमोसेक्सुअलिटी और एडल्टरी को गलत बताते हुए कहा था कि इन चीजों की सेना में कोई जगह नहीं है.
आर्मी में महिलाओं की भूमिका के बारे में सवाल पर लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार ने कहा कि भारतीय सेना महिलाओं के लिए और ज्यादा पद निकालने पर विचार कर रही है. हालांकि सैन्य गतिविधियों के दौरान महिलाओं को जमीनी स्तर पर कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. मगर भारतीय सेना ज्यादा महिलाओं को शामिल करने पर भी विचार कर रही है. यदि सेना में महिलाओं की ज्यादा भर्ती से ज्यादा समाज की रूढ़िबद्ध मानसिकता को बदलना होगा.
गौरतलब है कि अश्विनी कुमार का बतौर एडजुटेंट जनरल कार्यकाल समाप्त हो गया है. रिटायरमेंट से एक दिन पहले ही उन्होंने न्यूज एक्स से एक्सक्लूसिव बातचीत की और कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. भारतीय सेना ने लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद दत्ता को नया एडजुटेंट जनरल नियुक्त किया है. दत्ता इससे पहले जालंधर में वज्र कॉर्प्स के कमांडर रहे हैं.
यहां देखें निवर्तमान एडजुटेंट जनरल अश्विनी कुमार से पूरी बातचीत-
https://www.youtube.com/watch?v=sJUIEvgAnDI
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