Uttarakhand: भारत के भ्षटाचार एक बड़ा मुद्दा है जो जनता को परेशान कर रहा है। हद तो तब पार हो गई जब उत्तराखंड में मुख्यमंत्री विवेकाधीन राहत कोष के महज 5000 रुपये के चेक के बदले 3000 रुपये की रिश्वत मांगी गई। इस मामले में आरोपी रिश्वतखोर का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो […]
Uttarakhand: भारत के भ्षटाचार एक बड़ा मुद्दा है जो जनता को परेशान कर रहा है। हद तो तब पार हो गई जब उत्तराखंड में मुख्यमंत्री विवेकाधीन राहत कोष के महज 5000 रुपये के चेक के बदले 3000 रुपये की रिश्वत मांगी गई। इस मामले में आरोपी रिश्वतखोर का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिससे सियासी बवाल शुरू हो गया है और इस मामले की जांच की मांग तेज हो गई है।
यह मामला ऊधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर तहसील क्षेत्र का बताया जा रहा है। जहां फुलसुंगी का रहने वाला एक व्यक्ति 2023 में हादसे का शिकार हो गया था। घटना के बाद पीड़ित ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन राहत कोष से सहायता राशि के लिए आवेदन किया था। मुख्यमंत्री विवेकाधीन राहत कोष से आवेदक के लिए पांच हजार रुपये मिले।
यह चेक क्षेत्रीय विधायक के माध्यम से लाभार्थी को दिए जाते हैं। पिछले दिनों विधायक कार्यालय से लाभार्थियों को सीएम राहत कोष के चेक बांटे गए। लेकिन, पीड़ितों को इसमें सहायता राशि का चेक नहीं मिला। इस दौरान जावेद नाम के व्यक्ति का फोन आया और वह पांच हजार का चेक दिलाने के बदले तीन हजार रुपये की मांग करने लगा और भविष्य में 20 हजार रुपये दिलाने की बात कही।
इस ऑडियो के वायरल होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। ट्रांजिट कैंप थाना पुलिस ने राजस्व उपनिरीक्षक प्रकाश रावत की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपी जावेद को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है।
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