BJP National Executive Meeting: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर 2 दिवसीय मीटिंग का आयोजन किया है. जहां निर्णय लिया गया है कि पार्टी साल 2019 का लोकसभा चुनाव पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में ही लड़ेगी. ऐसे में जनवरी 2019 में होने वाले भाजपा अध्यक्ष चुनाव को पार्टी ने टाल दिया है. साथ ही चुनावों को मद्देनजर रखते हुए अमित शाह के कार्यकाल को बढ़ा दिया गया है. इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत भाजपा के सभी बड़े दिग्गज शामिल हुए हैं.
नई दिल्ली. दिल्ली में हुई भारतीय जनता पार्टी की मीटिंग में एक महत्तपूर्ण फैसला लिया गया है. खबर के अनुसार, 2019 लोकसभा चुनाव पार्टी अमित शाह के अगुवाई में ही लड़ेगी. ऐसे में अमित शाह के जनवरी 2019 में खत्म हो रहे बीजेपी अध्यक्ष कार्यकाल को चुनावों को मद्देनजर रखते हुए पार्टी ने 1 साल तक बढ़ाने का निर्णय लिया है. मीटिंग में आए राष्ट्रीय और राज्य स्तर के पार्टी दिग्गजों के साथ कई मुद्दों पर अहम बातचीत की गई. मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वाराज, अरुण जेटली समेत सभी बड़े नेता पहुंचे हैं.
आइए जानते हैं इस मीटिंग की बड़ी बातें.
1. दिल्ली में आयोजित मीटिंग का शुभारंभ करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि भाजपा आने वाले लोकसभा चुनावों में साल 2014 के चुनावों से भी बड़ी जीत हासिल करेगी.
2. मीटिंग में पार्टी नेताओं के साथ आगामी लोकसभा चुनाव और 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर चर्चा की गई. साथ ही मीटिंग में ‘अजेय भाजपा’ के नारे का अंगीकार किया गया.
3. मीटिंग में अमित शाह ने पार्टी नेताओं से आने वाले चुनावों में जीत हासिल करने के लिए कार्य करने के लिए कहा. साथ ही मीटिंग में तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव में ज्यादा मेहनत करने का फैसला लिया गया. बता दें कि तेलंगाना में भी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ ही विधानसभा चुनाव होंगे.
4. दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में हो रही पार्टी की 2 दिवसीय मीटिंग में किसान आंदोलन, एससी/एसटी समुदाय के विरोध प्रदर्शन समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत की जाएगी.
5. मीटिंग में अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि 2019 के चुनावों से पहले एससी/एसटी मुद्दे को लेकर विपक्ष उलझनें पैदा करने की कोशिश कर रहा है. हालांकि शाह ने पार्टी के लोगों को भरोसा दिलाया कि इसका असर लोकसभा चुनाव पर नहीं पड़ेगा.
6. पार्टी सूत्रों के अनुसार, नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) भी इस पार्टी मीटिंग का हिस्सा बनेंगे और कई मामलों पर चर्चा करेंगे.