नई दिल्लीः सोमवार को आतंकियों ने जम्मू के अखनूर में नियंत्रण रेखा के पास एंबुलेंस पर हमला किया, जिसमें भारतीय सेना का बहादुर डॉग फैंटम शहीद हो गया। आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच करीब आठ घंटे तक गोलीबारी चली। अधिकारियों का मानना है कि यह हमलावर जैश-ए-मोहम्मद के ग्रुप से उड़ाया गया था। व्हाइट नाइट […]
नई दिल्लीः सोमवार को आतंकियों ने जम्मू के अखनूर में नियंत्रण रेखा के पास एंबुलेंस पर हमला किया, जिसमें भारतीय सेना का बहादुर डॉग फैंटम शहीद हो गया। आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच करीब आठ घंटे तक गोलीबारी चली। अधिकारियों का मानना है कि यह हमलावर जैश-ए-मोहम्मद के ग्रुप से उड़ाया गया था।
व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने ट्वीट किया, “जब हमारे सैनिक फंसे हुए आतंकवादियों के पास पहुँच रहे थे, तो फैंटम को दुश्मन की गोलीबारी का सामना करना पड़ा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके साहस, निष्ठा और समर्पण को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। चल रहे ऑपरेशन में एक आतंकवादी मारा गया है और गोला-बारूद बरामद किया गया है।”
डॉग फैंटम का जन्म 25 मई 2020 को हुआ था। वह बेल्जियन मेलिनोइस ब्रीड का था, जिसे विशेष रूप से असोल्ट डॉग के रूप में ट्रेन किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि 12 अगस्त 2022 को उसे तैनात किया गया था और उसे मेरठ के आरवीसी सेंटर से इश्यू किया गया था। सेना के कुत्तों को ऐसे गैजेट्स से लैस किया जाता है जो उन्हें दुश्मन के ठिकानों पर नजदीकी दूरी से जासूसी करने की अनुमति देते हैं। भारतीय सेना के एक अधिकारी ने कहा कि हम अपने सच्चे नायक, एक बहादुर भारतीय सेना के डॉग फैंटम के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं।
घाटी में आतंकी हमले बहुत बढ़ गए है। पिछले दो सप्ताह में जम्मू-कश्मीर में आठ आतंकी हमले हो चुके हैं, जिसमें एक दर्जन से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 24 अक्टूबर को आतंकियों ने सेना के दो ट्रकों पर हमला कर दिया। इस हमले में दो जवान और दो लोग मारे गए थे। 20 अक्टूबर को गंदेरबल जिले के सोनमर्ग में एक निर्माण स्थल पर आतंकियों ने सात लोगों की हत्या कर दी थी। पीड़ितों में एक डॉक्टर और छह प्रवासी मजदूर शामिल थे। इसके अलावा दो दिन पहले बिहार के एक अन्य प्रवासी मजदूर पर भी हमला किया गया था।
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