25 Nov 2024 14:30 PM IST
अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे सांसद जिया उर रहमान संभल में थे ही नहीं और इसके बावजूद उनके खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई। यह सरकार द्वारा किया गया दंगा है। कोर्ट द्वारा आदेश पारित किए जाने के तुरंत बाद ही पुलिस और प्रशासन सर्वे के लिए जामा मस्जिद पहुंच गए।
25 Nov 2024 13:35 PM IST
पुलिस ने इस मामले में 25 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में से एक आरोपी के पास से अजीबोगरीब हथियार बरामद किया गया है।
25 Nov 2024 12:18 PM IST
रविवार सुबह 7:35 बजे टीम सर्वे के लिए पहुंची थी। डीएम-एसपी भी मस्जिद के अंदर मौजूद थे। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। तभी अचानक से बड़ी संख्या में भीड़ सड़क पर उमड़ने लगी। 2-3 हजार लोग अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाते हुए आगे बढ़ने लगे। उन्हें रोकने के लिए पुलिस अनाउंसमेंट कर रही थी लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। तभी भीड़ में से पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया गया। मुस्लिम महिलाएं छतों पर से ही पत्थर फेंके जा रही थी। फायरिंग और पत्थरबाजी में एसपी के पैर में चोट लगी और डिप्टी कलेक्टर भी घायल हो गए।
25 Nov 2024 11:43 AM IST
राहुल गांधी ने संभल हिंसा को लेकर लिखा है कि संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
25 Nov 2024 10:24 AM IST
भीड़ को आगे बढ़ता देखकर पुलिस को आशंका हुआ कि उपद्रवी हिंदू एरिया में भी जा सकते हैं तो उन्होंने पूरे इलाके को घेर लिया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उपद्रवियों को आगे बढ़ने ही नहीं दिया। बात अनसुना करने पर उन्होंने पत्थर उठाकर उनपर फेंकना शुरू कर दिया।
25 Nov 2024 08:59 AM IST
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि तुझ को कितनों का लहू चाहिए ऐ अर्ज़-ए-वतन? जो तिरे आरिज़-ए-बे-रंग को गुलनार करें। कितनी आहों से कलेजा तिरा ठंडा होगा। कितने आँसू तिरे सहराओं को गुलज़ार करें।
25 Nov 2024 08:54 AM IST
फोर्स ने आते ही एक्शन लेना शुरू कर दिया और कट्टरपंथियों पर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस की लाठी ऐसे पड़ी कि सब भागने को मजबूर हो गए। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा।
25 Nov 2024 08:50 AM IST
संभल हिंसा में जिन 4 लोगों की जान गई है, उनकी पहचान रूमान खान (42), बिलाल (30) और नईम (25) नौमान के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने दंगाइयों पर गोली नहीं चलाई। पुलिस ने पेलेट गन का इस्तेमाल किया ताकि किसी की जान न जाए। 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें वो महिलाएं भी शामिल हैं।