28 Nov 2024 09:55 AM IST
गुरु प्रदोष भगवान शिव को समर्पित होता है और हर महीने की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। जब यह व्रत गुरुवार के दिन पड़ता है, तो इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस दिन पूजा-अर्चना से न केवल मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं बल्कि धन-वैभव और सुख-समृद्धि भी प्राप्त होती है।