Today Pregnancy Tips News | Latest Pregnancy Tips News | Breaking Pregnancy Tips News in English | Latest Pregnancy Tips News Headlines - Inkhabar आज का Pregnancy Tips समाचार:Today Pregnancy Tips News ,Latest Pregnancy Tips News,Aaj Ka Samachar ,Pregnancy Tips समाचार ,Breaking Pregnancy Tips News in Hindi, Latest News Headlines - Inkhabar https://www.inkhabar.com/tag/pregnancy-tips December 17, 2024, 8:10 am Inkhabar Inkhabar hi https://www.inkhabar.com/wp-content/themes/inkhabar/images/inkhbar-logo.png Inkhabar https://www.inkhabar.com/ Feed provided by Inkhabar. गर्भावस्था में महिलाओं का कितना वजन सही रहता है, ज्यादा वेट से हो सकती हैं ये दिक्कतेंhttps://www.inkhabar.com/lifestyle/pregnant-female-tips-how-much-weight-is-good-for-pregnant-women/August 4, 2024, 10:24 amwp-content/uploads/2024/08/pregnancy.jpgलाइफस्टाइलनई दिल्ली: प्रेग्नेंसी में महिला का वेट बढ़ना एक नेचुरल प्रोसेस है, ऐसा अधिकतर महिलाओं के साथ होता है। मगर ज्यादा वजन बढ़ना ठीक नहीं होता है। गर्भवती महिलाओं का वेट बढ़ना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन यह भी जरूरी है कि कितना वेट बढ़ना सही होता...<p><strong>नई दिल्ली:</strong> प्रेग्नेंसी में महिला का वेट बढ़ना एक नेचुरल प्रोसेस है, ऐसा अधिकतर महिलाओं के साथ होता है। मगर ज्यादा वजन बढ़ना ठीक नहीं होता है।</p> <p>गर्भवती महिलाओं का वेट बढ़ना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन यह भी जरूरी है कि कितना वेट बढ़ना सही होता है। सही मात्रा में वजन बढ़ने से मां और बच्चे की हेल्थ बेहतर रहती है। अगर वेट जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए तो इससे कई समस्याएं भी हो सकती है। जानिए कितना वेट प्रेग्नेंसी के लिए सही रहता है।</p> <h3><strong>प्रेग्नेंसी के पूरे समय में महिला का वजन बढ़ता-घटता है, इसलिए जानिए सही वजन का मापदंड</strong></h3> <p>-सबसे पहले यह बात जान लें कि गर्भवती महिला का सामान्यत अपने वजन से 10-15 किलोग्राम ज्यादा बढ़ना सही रहता है।</p> <p>-पहले ट्राइमेस्टर में यानी 0-3 महीने में 1 से 2 किलो वजन बढ़ना चाहिए।</p> <p>-दूसरे ट्राइमेस्टर के समय, 4-6 महीने के अंदर वजन 5-7 किलोग्राम तक बढ़ना सही होता है।</p> <p>-थर्ड ट्राइमेस्टर (7-9 महीने), इस समय महिला का वजन और भी ज्यादा या यूं कहे सबसे ज्यादा वजन बढ़ता है। ये लगभग 5 से 7 किलो वजन हो सकता है।</p> <h1><strong>ज्यादा वेट हो जाएं तो होगी ये दिक्कतें</strong></h1> <p>-ज्यादा वजन होने से ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।</p> <p>-अधिक वेट बढ़ने से प्रेग्नेंट महिला के शरीर में शुगर लेवल बढ़ सकता है, डायबिटीज के कारण डिलीवरी में दिक्कत होती है। कई बार शिशु का वजन भी बढ़ जाता है।</p> <p>-ज्यादा वजन होने से पेट में बच्चे को भी कई दिक्कतें हो सकती है, ये परेशानियां जन्म के बाद भी रह सकती है</p> <p>-ज्यादा वेट होने से प्रेगनेंसी में कमर और जोड़ों के दर्द की समस्या हो सकती है।</p> <h2><strong>कैसे बनाएं रखें सही वजन</strong></h2> <p>अच्छा संतुलित और पौष्टिक भोजन का सेवन करें। रोजाना कुछ समय का व्यायाम करने की आदत डालें। प्रेग्नेंसी में महिला को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। इसके अलावा ज्यादा मीठा, जंक फूड खाने से बचना चाहिए। प्रेग्नेंसी के समय डिलीवरी तक समय-समय पर डॉक्टर से जांच करवाते रहें।</p> <p>Also Read&#8230;</p> <p><a href="https://www.inkhabar.com/national/weather-update-for-next-three-days-in-india-heavy-rains-in-delhi-ncr-yellow-alert-in-mumbai-gujarat-districts-monsoon-landslide/"><strong>अगले तीन दिन कैसा रहेगा दिल्ली-NCR समेत इन राज्यों का मौसम, गुजरात, महाराष्ट्र में जारी अलर्ट</strong></a></p> क्या प्रेग्नेंसी में केसर खाने से बच्चे का रंग गोरा होता है? जानिए सच्चाई और फायदेhttps://www.inkhabar.com/lifestyle/does-eating-saffron-during-pregnancy-make-the-baby-fairer/July 19, 2024, 11:36 amwp-content/uploads/2024/07/1-PIC-300x169.pngलाइफस्टाइलप्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। डॉक्टर्स इस समय पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाने की सलाह देते हैं। <p><strong>Lifestyle Tips:</strong> प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। डॉक्टर्स इस समय पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाने की सलाह देते हैं। घर के बड़े &#8211; बुजुर्ग अक्सर प्रेग्नेंट महिला को केसर खाने, या फिर केसर का दूध पिने की सलाह देते है। वो यही मानते है की इससे बच्चे का रंग गोरा होगा। लेकिन क्या सच में केसर का सेवन बच्चे के रंग को प्रभावित करता है?</p> <h2><strong>केसर और बच्चे का रंग: क्या है सच्चाई?</strong></h2> <p>भारतीय समाज में यह मान्यता दशकों से चली आ रही है कि प्रेग्नेंसी में केसर खाने से बच्चे का रंग गोरा होता है। लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, इसमें कोई सच्चाई नहीं है। बच्चे का रंग, रूप और विशेषताएँ माता-पिता के जीन्स पर निर्भर करते हैं, न कि केसर के सेवन पर। वैज्ञानिक प्रमाण बताते हैं कि केसर का गर्भ में पल रहे बच्चे के रंग पर कोई प्रभाव नहीं होता।</p> <h2><strong>केसर के असली फायदे</strong></h2> <p>हालांकि, केसर का सेवन प्रेग्नेंसी के दौरान अन्य स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है:</p> <p><strong>1. पाचन में सुधार</strong><br /> डॉक्टर्स का मानना है कि केसर का सेवन पाचन तंत्र को सही रखता है। यह गर्भावस्था के दौरान होने वाली पाचन समस्याओं जैसे कब्ज और सूजन को कम कर सकता है।</p> <p><strong>2. गर्भाशय के संकुचन में मदद</strong><br /> केसर का गर्भाशय के संकुचन पर पॉजिटिव असर होता है, जो प्रसव के दौरान फायदेमंद हो सकता है। यह प्राकृतिक रूप से गर्भाशय को मजबूत बनाता है और प्रसव को सुगम बनाने में मदद करता है।</p> <h2><strong>मिथक बनाम सच्चाई: वैज्ञानिक दृष्टिकोण</strong></h2> <p>भारतीय समाज में कई बातें बिना किसी वैज्ञानिक आधार के मानी जाती हैं। केसर का सेवन और बच्चे के रंग का गोरा होना भी एक ऐसा ही मिथक है। यह महत्वपूर्ण है कि हम स्वास्थ्य संबंधी सलाह को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझें और सही जानकारी के आधार पर निर्णय लें।</p> <p>प्रेग्नेंसी के दौरान केसर का सेवन बच्चे के रंग को गोरा नहीं करता, लेकिन इसके अन्य स्वास्थ्य लाभ अवश्य हैं। माता-पिता के जीन्स बच्चे के रंग और रूप को निर्धारित करते हैं। इसलिए, केसर का सेवन पोषक तत्वों के लिए करें, न कि मिथकों के आधार पर। प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।</p> <p>&nbsp;</p> <p>ये भी पढ़ें: <a href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/why-you-should-opt-for-regular-health-checkup/">रेगुलर चेकअप करवाने की सलाह क्यों दी जाती है, क्या हैं कारण</a></p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> Pregnancy Tips: प्रेग्नेंसी में भूलकर भी ना खाएं इन चीज़ों को वरना हो सकता है नुकसानhttps://www.inkhabar.com/lifestyle/pregnancy-tips-do-not-eat-these-things-even-by-mistake-during-pregnancy-otherwise-it-may-cause-harm/May 15, 2024, 2:22 pmwp-content/uploads/2024/05/tips-300x169.pngलाइफस्टाइलनई दिल्ली: प्रेग्नेंसी में सही आहार बहुत महत्वपूर्ण होता है. एक गर्भवती महिला के शरीर में बदलाव होते हैं और इसलिए वो खानपान को भी शिशु के स्वास्थ्य के लिए ध्यानपूर्वक चुनना चाहिए. एक गर्भवती महिला को अपने शिशु के सही विकास के लिए प्रतिदिन अधिक ...<p><strong>नई दिल्ली:</strong> प्रेग्नेंसी में सही आहार बहुत महत्वपूर्ण होता है. एक गर्भवती महिला के शरीर में बदलाव होते हैं और इसलिए वो खानपान को भी शिशु के स्वास्थ्य के लिए ध्यानपूर्वक चुनना चाहिए. एक गर्भवती महिला को अपने शिशु के सही विकास के लिए प्रतिदिन अधिक मात्राशी लेनी चाहिए. एक स्वस्थ आहार से मां और शिशु दोनों को पोषण प्राप्त होता है, जो कि उनके सही विकास के लिए आवश्यक होता है और प्रेग्नेंसी में आवश्यकता के हिसाब से अधिक ऊर्जा चाहिए. बता दें कि गर्भवती महिला को अपने और शिशु के स्वास्थ्य के लिए उचित मात्रा में ऊर्जा देने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए.</p> <p><img decoding="async" src="https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/styles/zm_700x400/public/2021/08/23/905499-untitled-22.png?itok=isCyzJoH" alt="Diet for Pregnant Lady know here best diet for pregnancy brmp | Diet for Pregnant Lady: गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को होती है इन पोषक तत्वों की जरूरत, जानिए क्या खाना चाहिए? |" /></p> <p>इस दौरान विटामिन और मिनरल्स की आवश्यकता अधिक होती है। इसी वजह से गर्भवती महिलाओं को अपने आहार में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, फोलेट और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए. प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ खास सावधानियाँ भी बरतनी चाहिए. जैसे कि पूर्णतया(Pregnancy Health Tips) पके और पचे हुए खाद्य पदार्थों का सेवन, स्वच्छ और सुरक्षित खाना, ताजा फल और सब्जियों का सेवन, नियमित और संतुलित आहार और अन्य संतुलित आहार संबंधित सावधानियां.</p> <p>also read</p> <p><a href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/health-care-do-you-know-that-back-pain-can-become-the-cause-of-serious-cancer/">Health Care : क्या आपको पता है कमर का दर्द बन सकता है गंभीर कैंसर का कारण</a></p> <h2><strong>कॉफी और कॉफी संबंधित पदार्थ</strong></h2> <p>जानकारी दें कि कॉफी और उसमें पाया जाने वाला कैफीन गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है.</p> <h2><strong>अल्कोहल</strong></h2> <p>इस दौरान अल्कोहल का सेवन करना बच्चे के विकास को बहुत प्रभावित कर सकता है.</p> <h2><strong>अंडा और क्रूस्टेसी</strong></h2> <p>बता दें कि अंडा और क्रूस्टेसी में पाया जाने वाला रॉ एग्स गर्भावस्था के दौरान(Pregnancy Health Tips) बच्चे के स्वास्थ्य को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है.</p> <h2><strong>गेहूं की अधिक मात्रा में सेवन</strong></h2> <p>दरअसल, गेहूं की अधिक मात्रा में सेवन करने से गलती से शरीर के अंदर तैर रहे एक्सेस डॉक्ट्रिन की भरमार हो सकती है.</p> <h2><strong>अनियमित आहार</strong></h2> <p>जानकारी दें गर्भावस्था के दौरान अनियमित आहार खाने से पोषण की कमी हो सकती है.</p> <h2><strong>अधिक तेलीय और फ्राइड फूड</strong></h2> <p>बता दें कि अधिक तेलीय और फ्राइड फूड सेवन करना गर्भावस्था के दौरान पेट के अनियमित और प्रसव संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है.</p> <h2><strong>क्रेमी और तली हुई चीजें</strong></h2> <p>दरअसल, गर्भावस्था के दौरान क्रेमी और तली हुई चीजें सेवन करने से पेट में जलन और दर्द की समस्या हो सकती है.</p> <h2><strong>जंक फूड</strong></h2> <p>जंक फूड में पाया जाने वाला अधिक मीठा व तेल से भरपूर होता है, जो कि गर्भावस्था के दौरान सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है.</p> <h2><strong>नमकीन और चटपटा खाना</strong></h2> <p>बता दें कि नमकीन और चटपटा खाना खाने से ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है, जो कि गर्भावस्था के दौरान नुकसानदायक हो सकता है.</p> <p>also read</p> <p><a href="https://www.inkhabar.com/entertainment/meryl-streep-shines-at-cannes-film-festival-2024/">Cannes Film Festival 2024 में मेरिल स्ट्रीप ने बिखेरा अपना जलवा</a></p> Pregnancy Precautions: प्रेग्नेंसी के शुरूआती तीन महीने में ना करें ये काम, बढ़ सकती है दिक्कतhttps://www.inkhabar.com/lifestyle/pregnancy-precautions-do-not-do-these-things-in-the-first-three-months-of-pregnancy-problems-may-increase/January 12, 2024, 9:48 pmwp-content/uploads/2024/01/download-2024-01-12T214239.516-300x169.pngलाइफस्टाइलनई दिल्लीः प्रेगनेंसी में महिलाओं को खास ध्यान रखने की जरूरत(Pregnancy Precautions) होती है। प्रेगनेंसी के समय महिलाओं का शरीर काफी नाजुक होता है। इस वक्त जरा सी भी लापरवाही कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। क्योंकि गर्भावस्था की शुरुआत में...<p><strong>नई दिल्लीः</strong> प्रेगनेंसी में महिलाओं को खास ध्यान रखने की जरूरत(Pregnancy Precautions) होती है। प्रेगनेंसी के समय महिलाओं का शरीर काफी नाजुक होता है। इस वक्त जरा सी भी लापरवाही कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। क्योंकि गर्भावस्था की शुरुआत में ही महिला के हार्मोन और शरीर में लगातार बदलाव होने लगते हैं। वहीं गर्भावस्था के पहले तीन महीने में किसी तरह की लापरवाही और गलती से बचने की कोशिश करनी चाहिए। चलिए जानते हैं पहले तिमाही में क्या करना चाहिए और क्या नहीं&#8230;&#8230;।</p> <h4><strong>शुरूआती तीन महीने क्या न करें</strong></h4> <p><strong>हैवी एक्सरसाइज</strong></p> <p>प्रेगनेंसी के शुरूआती तीन महीने ज्यादा मेहनत वाली एक्सरसाइज करने से बचें। क्योंकि इस कारण महिला को कई तरह की कठिनाईयां आ सकती हैं और यहां तक कि गर्भपात जैसी स्थिति भी बन सकती है। हालांकि, हैवी एक्सरसाइज के अलावा ज्यादा वजन वाली चीजें भी नहीं उठाना चाहिए।</p> <h4><strong>कैफीन और स्मोकिंग न करें</strong></h4> <p>&nbsp;</p> <p>प्रेगनेंसी में शराब-सिगरेट का सेवन नहीं करना चाहिए। (Pregnancy Precautions)यहां तक की ज्यादा चाय-कॉफी पीने से भी बचना चाहिए। सिगरेट का सेवन करने वालों के संपर्क में भी आने से बचना चाहिए। दरअसल, सेकेंड हैंड स्मोक मां और बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।</p> <h4><strong>स्ट्रेस न लें</strong></h4> <p>&nbsp;</p> <p>बता दें कि गर्भवती महिलाओं को अपनी मेंटल हेल्थ का अच्छे से ख्याल रखना चाहिए। क्योंकि यह वो समय होता है, जब हार्मोंस और शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। ऐसे में मानसिक तनाव भी काफी हद तक बढ़ जाता है। इसको प्रेगनेंसी में बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना जाता है।</p> <h4><strong>प्रेगनेंसी की पहली 3 महीने में क्या करना चाहिए</strong></h4> <ul> <li>प्रेगनेंसी में आपकी डाइट का काफी महत्वपूर्ण रोल होता है। इसलिए इसका खास ख्याल रखना चाहिए और सही समय पर डाइट लेते रहना चाहिए।</li> <li>प्रेगनेंसी के समय में डॉक्टर से सलाह नियमित तौर पर लेनी चाहिए। क्योंकि इससे आपको पता चलता रहता है कि मां और बच्चे का ख्याल कैसे रखना है और किसी परेशानी से उबरने में भी मदद मिलती है।</li> </ul> <p><strong>Also Read:</strong></p> <ul> <li><a href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/healthy-lifestyle-know-why-health-experts-refuse-to-eat-more-food-in-cold-weather">Healthy Lifestyle: जानें क्यों ठंड के मौसम में ज्यादा खाना खाने से मना करते हैं हेल्थ एक्सपर्ट?</a></li> <li><a href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/cervical-cancer-cervical-cancer-is-dangerous-for-women-know-its-symptoms">Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के लिए है खतरनाक, जानें इसके लक्षण</a></li> </ul> क्या माँ बनने के लिहाज़ से 30 साल की उम्र होती है परफेक्ट? जानिए यहाँhttps://www.inkhabar.com/lifestyle/is-30-a-perfect-age-to-become-a-mother-know-here/January 31, 2023, 8:10 pmwp-content/uploads/2023/01/WhatsApp-Image-2022-09-25-at-23.20.55-300x169.jpegलाइफस्टाइलनई दिल्ली: किसी भी महिला के लिए माँ बनने से सुखद अहसास शायद ही कुछ और होता हो। लेकिन आजकल के समय में ये देखा गया है कि काफी सारी महिलाओं का ऐसा मानना होता है कि 30-40 साल से ज़्यादा उम्र हो जाने के बाद माँ बनने में परेशानी आने लगती है। आज हम [&h...<p><strong>नई दिल्ली</strong>: किसी भी महिला के लिए माँ बनने से सुखद अहसास शायद ही कुछ और होता हो। लेकिन आजकल के समय में ये देखा गया है कि काफी सारी महिलाओं का ऐसा मानना होता है कि 30-40 साल से ज़्यादा उम्र हो जाने के बाद माँ बनने में परेशानी आने लगती है। आज हम आपको इनख़बर के लाइफस्टाइल के ब्लॉग में कुछ प्रग्नेंसी टिप्स (Pregnancy Tips) बताएंगे जो आपको उम्र और माँ बनने के फैसले में काफी मदद करेंगे…</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ किस उम्र में बच्चा पैदा करना सही?</strong></h2> <p>कुछ लोग बच्चा पैदा करने के लिए 20 साल को सही उम्र मानते हैं, जबकि कई लोग 30 के बाद बच्चे पैदा करना सबसे अच्छा मानते हैं। शादी करने और बच्चे पैदा करने की सही उम्र को लेकर काफी लंबे समय से बहस चल रही है। हर कोई इसके बारे में अलग तरह से सोचता है। अब सवाल उठता है कि क्या वाकई उम्र और बच्चे पैदा करने के बीच गहरा संबंध है। क्या 30-40 साल से ऊपर की महिला बच्चे पैदा नहीं कर सकती? जानिए इससे जुड़ी अहम बातें।</p> <p>&nbsp;</p> <h2> <strong>➨ कंसीव करने की नहीं है कोई फिक्स उम्र</strong></h2> <p>आपकी जानकरी के लिए बता दें, बच्चा पैदा करने की कोई परफेक्ट उम्र नहीं होती, जो सभी के लिए एक जैसी हो। यह उम्र सभी के लिए अलग-अलग हो सकती है। महिलाएँ आमतौर पर Teenage यानि कि पीरियड्स शुरू होने से लेकर मेनोपॉज (Menopause) तक बच्चे पैदा करने में सक्षम होती है। ये सभी चीजें काफी हद तक लोगों की सेहत पर निर्भर करती हैं। कुछ महिलाओं की फर्टिलिटी लंबे समय तक अच्छी रहती है, तो कुछ लोग कम उम्र में ही अपनी फर्टिलिटी खो देती हैं।</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ ऑवल्यूशन का ध्यान रखें</strong></h2> <p>आपको बता दें कि कंसीव करने का सबसे ज्यादा संभावित समय ऑवल्यूशन का होता है। वैसे तो आप पूरे महीने में किसी भी दिन प्रेग्नेंट हो सकती हैं। ऐसे में वो महिलाऐं जिन्हें प्रेग्नेंसी नहीं हो रही हैं वो ऑवल्यूशन के समय इंटरकोर्स कर सकती हैं। इन दिनों में प्रेग्नेंसी के सबसे ज्यादा चांस होते हैं।</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ ऑवल्यूशन के दिन</strong></h2> <p>• आपके पीरियड्स जिस दिन पूरी तरह से ख़त्म हो जाते हैं उसके 11 दिन बाद आपका ऑवल्यूशन शुरू हो जाता है। यानी कि आपकी ओवरी फर्टिलाइज़ होने के लिए एग रिलीज करने लगती हैं।</p> <p>• आमतौर पर ऑवल्यूशन एक हफ्ते से लेकर 10 दिन तक का होता हैं। यानि पीरियड्स खत्म होने के 11दिन से 21 दिन के बीचा का समय प्रेग्नेंट होने के लिहाज से सबसे सही समय माना जाता हैं.</p> <p>• इसके अलावा एक खास बात ये है कि ऑवल्यूशन के शुरू के दिनों में एग सबसे अच्छी क्वालिटी में रिलीज होते हैं। यानी कि अगर ऑवल्यूशन के शुरुआती में सेक्स किया जाए तो प्रेग्नेंसी के चांस सौ प्रतिशत तक बढ़ जाते है।</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ कैसे पहचाने ऑवल्यूशन?</strong></h2> <p>अब आप सोच रहीं होंगी कि सिर्फ दिन मालूम चलने से हम ऑवल्यूशन को कैसे पहचानेंगी। तो परेशान होने की जरूरत नहीं हैं। आइये जल्दी से ऑवल्यूशन के लक्षणों के बारे में भी जान लेते हैं।</p> <p>• आपके ब्रेस्ट काफी कोमलता महसूस होने लगती हैं.</p> <p>• लोअर बेली में हल्का-सा मीठा दर्द का अनुभव</p> <p>• सेक्स करने की ज्यादा इच्छा होने लगती है.</p> <p>• व्हाइट डिस्चार्ज का आना</p> <p>• सर्विक्स का नरम होकर खुल जाना</p> <p>&nbsp;</p> <p>तो ये थे ऑवल्यूशन के कुछ आम लक्षण। इन लक्षणों को कोई भी महिला आराम से पहचान सकती है। ऐसे में अगर आप इन्हें पहचानकर यह जान लें कि प्रेग्नेंसी करने का सही समय क्या है तो आपकी माँ बनने की ख्वाइश जल्दी ही पूरी हो सकती है।</p> <p>&nbsp;</p> <p><strong>(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और आम जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. इनख़बर इसकी पुष्टि नहीं करता है.)</strong></p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <h3><strong>यह भी पढ़ें</strong></h3> <p>&nbsp;</p> <h3><span style="color: #00ccff"><a style="color: #00ccff" href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/wash-hair-with-multani-mitti-it-will-become-soft-and-very-beautiful-in-one-go"><strong>मुल्तानी मिट्टी से धोएं बाल, एक ही बार में हो जाएंगे मुलायम व बेहद ख़ूबसूरत</strong></a></span></h3> <h3><span style="color: #00ccff"><a style="color: #00ccff" href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/relationship-what-is-talaq-e-hasan-know-how-many-types-of-divorce-are-there-in-islam"><strong>Relationship: क्या है तलाक-ए-हसन? जानिए इस्लाम में कितने तरीके के होते हैं तलाक</strong></a></span></h3> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> लाइफस्टाइल: जल्दी चाहती हैं प्रेग्नेंसी? तो इन बातों का रखिये ध्यानhttps://www.inkhabar.com/lifestyle/lifestyle-want-to-get-pregnant-soon-so-keep-these-things-in-mind/September 25, 2022, 11:25 pmwp-content/uploads/2022/09/WhatsApp-Image-2022-09-25-at-23.20.55-300x169.jpegलाइफस्टाइलनई दिल्ली: किसी भी महिला के लिए माँ बनने से सुखद अहसास शायद ही कुछ और होता हो. लेकिन आजकल के समय में ये देखा गया है कि काफी सारी महिलाओं को कंसीव (Pregnancy) करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. ये समस्या खासतौर से उन महिलाओं में ज्यादा ...<p><strong>नई दिल्ली:</strong> किसी भी महिला के लिए माँ बनने से सुखद अहसास शायद ही कुछ और होता हो. लेकिन आजकल के समय में ये देखा गया है कि काफी सारी महिलाओं को कंसीव (Pregnancy) करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है.</p> <p>ये समस्या खासतौर से उन महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है जो 30 की उम्र के बाद मां बनने का फैसला करती हैं. आज हम आपको <a href="https://www.inkhabar.com/livetv">इनख़बर</a> के लाइफस्टाइल के ब्लॉग में कुछ प्रग्नेंसी टिप्स (Pregnancy Tips) बताएंगे जो आपको जल्दी कंसीव करने में काफी मदद करेंगे&#8230;</p> <h2><strong>➨ पीरियड्स पर रखें नजर</strong></h2> <p>• आप हर महीने अपने पीरियड्स की पूरी डिटेल का ध्यान रखें। इसके साथ ही अपने पीरियड्स में होने वाले बदलावों पर भी पूरी नजर रखें। जैसे कि- आपकी पीरियडिक साइकिल कितने दिन की है. पूरे 30 दिन की या फिर 28 दिन की. आपका पीरियड फ्लो कितने दिन तक रहता है? 3 दिन या 5 दिन या फिर 1 हफ्ता।</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ पीरियड्स के समय फ्लो कैसा रहता है?</strong></h2> <p>&nbsp;</p> <p>आपको पीरियड्स में क्लोटिंग ज्यादा होती है या फिर आपको क्रैंप्स महसूस होते हैं या नहीं? इन बातों पर नजर रखना इसलिए जरुरी हैं क्योंकी ये बाते आपके डॉक्टर से बातचीत के समय काफी काम आएगी और डॉक्टर को आपको सलाह देने में मदद मिलेगी।</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ ऑवल्यूशन का ध्यान रखें</strong></h2> <p>&nbsp;</p> <p>आपको बता दें कि कंसीव करने का सबसे ज्यादा संभावित समय ऑवल्यूशन का होता है. वैसे तो आप पूरे महीने में किसी भी दिन प्रेग्नेंट हो सकती हैं. ऐसे में वो महिलाऐं जिन्हें प्रेग्नेंसी नहीं हो रही हैं वो ऑवल्यूशन के समय इंटरकोर्स कर सकती हैं. इन दिनों में प्रेग्नेंसी के सबसे ज्यादा चांस होते हैं.</p> <h2><strong>➨ ऑवल्यूशन के दिन</strong></h2> <p>&nbsp;</p> <p>• आपके पीरियड्स जिस दिन पूरी तरह से ख़त्म हो जाते हैं उसके 11 दिन बाद आपका ऑवल्यूशन शुरू हो जाता है. यानी कि आपकी ओवरी फर्टिलाइज़ होने के लिए एग रिलीज करने लगती हैं.</p> <p>&nbsp;</p> <p>• आमतौर पर ऑवल्यूशन एक हफ्ते से लेकर 10 दिन तक का होता हैं. यानि पीरियड्स खत्म होने के 11दिन से 21 दिन के बीचा का समय प्रेग्नेंट होने के लिहाज से सबसे सही समय माना जाता हैं.</p> <p>• इसके अलावा एक खास बात ये है कि ऑवल्यूशन के शुरू के दिनों में एग सबसे अच्छी क्वालिटी में रिलीज होते हैं. यानी कि अगर ऑवल्यूशन के शुरुआती में सेक्स किया जाए तो प्रेग्नेंसी के चांस सौ प्रतिशत तक बढ़ जाते है.</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ कैसे पहचाने ऑवल्यूशन?</strong></h2> <p>अब आप सोच रहीं होंगी कि सिर्फ दिन मालूम चलने से हम ऑवल्यूशन को कैसे पहचानेंगी। तो परेशान होने की जरूरत नहीं हैं. आइये जल्दी से ऑवल्यूशन के लक्षणों के बारे में भी जान लेते हैं.</p> <p>• आपके ब्रेस्ट काफी कोमलता महसूस होने लगती हैं.</p> <p>• लोअर बेली में हल्का-सा मीठा दर्द का अनुभव</p> <p>• सेक्स करने की ज्यादा इच्छा होने लगती है.</p> <p>• व्हाइट डिस्चार्ज का आना</p> <p>• सर्विक्स का नरम होकर खुल जाना</p> <p>&nbsp;</p> <p>तो ये थे ऑवल्यूशन के कुछ आम लक्षण। इन लक्षणों को कोई भी महिला आराम से पहचान सकती है. ऐसे में अगर आप इन्हें पहचानकर यह जान लें कि प्रेग्नेंसी करने का सही समय क्या है तो आपकी मां बनने की ख्वाइश जल्दी ही पूरी हो सकती है.</p> <p>&nbsp;</p> <p><strong>(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और आम जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. इनख़बर इसकी पुष्टि नहीं करता है.)</strong></p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <h3><strong>यह भी पढ़ें</strong></h3> <h3><span style="color: #00ccff"><a style="color: #00ccff" href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/wash-hair-with-multani-mitti-it-will-become-soft-and-very-beautiful-in-one-go"><strong>मुल्तानी मिट्टी से धोएं बाल, एक ही बार में हो जाएंगे मुलायम व बेहद ख़ूबसूरत</strong></a></span></h3> प्रेग्नेंसी में फायदेमंद होते है ये 5 बेस्ट ड्रिंक, इसे पीने से मां और बच्चा दोनों रहेंगे स्वस्थhttps://www.inkhabar.com/lifestyle/these-5-best-drinks-are-beneficial-in-pregnancy-both-mother-and-child-will-be-healthy-by-drinking-it/July 1, 2022, 10:27 pmwp-content/uploads/2022/07/drinks_for_pregnant_women__1656306828-300x169.webpलाइफस्टाइलनई दिल्ली: प्रेग्नेंसी के दौरान आपकी डाइट का सीधा असर होने वाली मां की सेहत और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। यही कारण है कि डॉक्टर्स भी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट पर ज्यादा ध्यान देने की सलाह देते हैं। साथ ही, गर्मियों क...<p><strong>नई दिल्ली:</strong> प्रेग्नेंसी के दौरान आपकी डाइट का सीधा असर होने वाली मां की सेहत और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। यही कारण है कि डॉक्टर्स भी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट पर ज्यादा ध्यान देने की सलाह देते हैं। साथ ही, गर्मियों के सीजन में गर्भवती महिलाओं के शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। क्योंकि ऐसा होने पर बच्‍चे व मां दोनों को परेशानी हो सकती है। ऐसे में अपनी डाइट में ये तरल शामिल करने से आप अपनी बॉडी को हाइड्रेट रख सकती हैं।</p> <h2> <strong>छाछ-</strong></h2> <p>छाछ में कैल्शियम पाया जाता है और ये गर्मियों के मौसम में शरीर को हाइड्रेट रखने में बेहद लाभदायक होती है इसके साथ ही छाछ में पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए प्रोबायोटिक बैक्‍टीरिया भी पाए जाते हैं।</p> <h2><strong>नारियल पानी-</strong></h2> <p>नारियल पानी भी आपके ब्लड प्रेशर के स्तर को बनाए रखने में काफी मदद कर सकता है। ये एसिडिटी, हार्ट बर्न और कब्ज से भी राहत दिलाता है। वहीं प्रेग्नेंसी के समय ये बच्चे और प्लेसेंटा दोनों के लिए फायदेमंद है। गर्भवती महिलाओं को खुद को हाइड्रेट रखने के लिए नारियल पानी का लगातार सेवन करना चाहिए।</p> <h2><strong>दूध-</strong></h2> <p>प्रेग्नेंसी के दिनों में आप एक दिन में कम से दो एक बार दूध जरूर पिएँ। दूध से शरीर को भरपूर कैल्शियम, विटामिन बी12 और प्रोटीन मिलता है। दूध से बच्चे का विकास भी अच्छा होता है और हड्डियों के विकास में भी मदद मिलती है.</p> <h2><strong>फलों का रस-</strong></h2> <p>संतरा समेत अन्य फलों के रस में इम्यून-बूस्टिंग एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और फोलेट जैसे आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो बच्चे की कोशिका वृद्धि और विकास के लिए बेहद ज़रूरी होते हैं। इसलिए जरूरी है कि गर्भवती मां ज्यादा से ज्यादा ताजे फलों का खाएं और ताजे जूस पिएं।</p> <h3><strong>यह भी पढ़ें :</strong></h3> <h3 class="cas" data-id="https://www.inkhabar.com/national/pm-modi-will-set-his-sights-on-rajasthan-bjp-myy-formula-will-be-used-again-in-elections" data-title="बीजेपी MYY फॉर्मूला: पीएम मोदी राजस्थान बीजेपी की लगाएंगे नैया पार, चुनावों में फिर ‘MYY’ फॉर्मूला बनेगा संकटमोचन"><strong><a href="https://www.inkhabar.com/national/pm-modi-will-set-his-sights-on-rajasthan-bjp-myy-formula-will-be-used-again-in-elections">बीजेपी MYY फॉर्मूला: पीएम मोदी राजस्थान बीजेपी की लगाएंगे नैया पार, चुनावों में फिर ‘MYY’ फॉर्मूला बनेगा संकटमोचन</a></strong></h3> <h3><strong><a href="https://indianews.in/delhi/first-case-of-omicron-subvariant-ba-4-detected-in-india/">भारत में ओमिक्रोन सबवैरिएंट BA.4 का पहला केस मिला, इन्साकाग ने की पुष्टि, जानें क्या है ये नया वैरिएंट?</a></strong></h3>
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<title>Today Pregnancy Tips News | Latest Pregnancy Tips News | Breaking Pregnancy Tips News in English | Latest Pregnancy Tips News Headlines - Inkhabar</title>
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<title>गर्भावस्था में महिलाओं का कितना वजन सही रहता है, ज्यादा वेट से हो सकती हैं ये दिक्कतें</title>
<link>https://www.inkhabar.com/lifestyle/pregnant-female-tips-how-much-weight-is-good-for-pregnant-women/</link>
<pubDate>August 4, 2024, 10:24 am</pubDate>
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<category>लाइफस्टाइल</category>
<excerpt>नई दिल्ली: प्रेग्नेंसी में महिला का वेट बढ़ना एक नेचुरल प्रोसेस है, ऐसा अधिकतर महिलाओं के साथ होता है। मगर ज्यादा वजन बढ़ना ठीक नहीं होता है। गर्भवती महिलाओं का वेट बढ़ना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन यह भी जरूरी है कि कितना वेट बढ़ना सही होता...</excerpt>
<content><p><strong>नई दिल्ली:</strong> प्रेग्नेंसी में महिला का वेट बढ़ना एक नेचुरल प्रोसेस है, ऐसा अधिकतर महिलाओं के साथ होता है। मगर ज्यादा वजन बढ़ना ठीक नहीं होता है।</p> <p>गर्भवती महिलाओं का वेट बढ़ना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन यह भी जरूरी है कि कितना वेट बढ़ना सही होता है। सही मात्रा में वजन बढ़ने से मां और बच्चे की हेल्थ बेहतर रहती है। अगर वेट जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए तो इससे कई समस्याएं भी हो सकती है। जानिए कितना वेट प्रेग्नेंसी के लिए सही रहता है।</p> <h3><strong>प्रेग्नेंसी के पूरे समय में महिला का वजन बढ़ता-घटता है, इसलिए जानिए सही वजन का मापदंड</strong></h3> <p>-सबसे पहले यह बात जान लें कि गर्भवती महिला का सामान्यत अपने वजन से 10-15 किलोग्राम ज्यादा बढ़ना सही रहता है।</p> <p>-पहले ट्राइमेस्टर में यानी 0-3 महीने में 1 से 2 किलो वजन बढ़ना चाहिए।</p> <p>-दूसरे ट्राइमेस्टर के समय, 4-6 महीने के अंदर वजन 5-7 किलोग्राम तक बढ़ना सही होता है।</p> <p>-थर्ड ट्राइमेस्टर (7-9 महीने), इस समय महिला का वजन और भी ज्यादा या यूं कहे सबसे ज्यादा वजन बढ़ता है। ये लगभग 5 से 7 किलो वजन हो सकता है।</p> <h1><strong>ज्यादा वेट हो जाएं तो होगी ये दिक्कतें</strong></h1> <p>-ज्यादा वजन होने से ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।</p> <p>-अधिक वेट बढ़ने से प्रेग्नेंट महिला के शरीर में शुगर लेवल बढ़ सकता है, डायबिटीज के कारण डिलीवरी में दिक्कत होती है। कई बार शिशु का वजन भी बढ़ जाता है।</p> <p>-ज्यादा वजन होने से पेट में बच्चे को भी कई दिक्कतें हो सकती है, ये परेशानियां जन्म के बाद भी रह सकती है</p> <p>-ज्यादा वेट होने से प्रेगनेंसी में कमर और जोड़ों के दर्द की समस्या हो सकती है।</p> <h2><strong>कैसे बनाएं रखें सही वजन</strong></h2> <p>अच्छा संतुलित और पौष्टिक भोजन का सेवन करें। रोजाना कुछ समय का व्यायाम करने की आदत डालें। प्रेग्नेंसी में महिला को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। इसके अलावा ज्यादा मीठा, जंक फूड खाने से बचना चाहिए। प्रेग्नेंसी के समय डिलीवरी तक समय-समय पर डॉक्टर से जांच करवाते रहें।</p> <p>Also Read&#8230;</p> <p><a href="https://www.inkhabar.com/national/weather-update-for-next-three-days-in-india-heavy-rains-in-delhi-ncr-yellow-alert-in-mumbai-gujarat-districts-monsoon-landslide/"><strong>अगले तीन दिन कैसा रहेगा दिल्ली-NCR समेत इन राज्यों का मौसम, गुजरात, महाराष्ट्र में जारी अलर्ट</strong></a></p> </content>
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<title>क्या प्रेग्नेंसी में केसर खाने से बच्चे का रंग गोरा होता है? जानिए सच्चाई और फायदे</title>
<link>https://www.inkhabar.com/lifestyle/does-eating-saffron-during-pregnancy-make-the-baby-fairer/</link>
<pubDate>July 19, 2024, 11:36 am</pubDate>
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<category>लाइफस्टाइल</category>
<excerpt>प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। डॉक्टर्स इस समय पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाने की सलाह देते हैं। </excerpt>
<content><p><strong>Lifestyle Tips:</strong> प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। डॉक्टर्स इस समय पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाने की सलाह देते हैं। घर के बड़े &#8211; बुजुर्ग अक्सर प्रेग्नेंट महिला को केसर खाने, या फिर केसर का दूध पिने की सलाह देते है। वो यही मानते है की इससे बच्चे का रंग गोरा होगा। लेकिन क्या सच में केसर का सेवन बच्चे के रंग को प्रभावित करता है?</p> <h2><strong>केसर और बच्चे का रंग: क्या है सच्चाई?</strong></h2> <p>भारतीय समाज में यह मान्यता दशकों से चली आ रही है कि प्रेग्नेंसी में केसर खाने से बच्चे का रंग गोरा होता है। लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, इसमें कोई सच्चाई नहीं है। बच्चे का रंग, रूप और विशेषताएँ माता-पिता के जीन्स पर निर्भर करते हैं, न कि केसर के सेवन पर। वैज्ञानिक प्रमाण बताते हैं कि केसर का गर्भ में पल रहे बच्चे के रंग पर कोई प्रभाव नहीं होता।</p> <h2><strong>केसर के असली फायदे</strong></h2> <p>हालांकि, केसर का सेवन प्रेग्नेंसी के दौरान अन्य स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है:</p> <p><strong>1. पाचन में सुधार</strong><br /> डॉक्टर्स का मानना है कि केसर का सेवन पाचन तंत्र को सही रखता है। यह गर्भावस्था के दौरान होने वाली पाचन समस्याओं जैसे कब्ज और सूजन को कम कर सकता है।</p> <p><strong>2. गर्भाशय के संकुचन में मदद</strong><br /> केसर का गर्भाशय के संकुचन पर पॉजिटिव असर होता है, जो प्रसव के दौरान फायदेमंद हो सकता है। यह प्राकृतिक रूप से गर्भाशय को मजबूत बनाता है और प्रसव को सुगम बनाने में मदद करता है।</p> <h2><strong>मिथक बनाम सच्चाई: वैज्ञानिक दृष्टिकोण</strong></h2> <p>भारतीय समाज में कई बातें बिना किसी वैज्ञानिक आधार के मानी जाती हैं। केसर का सेवन और बच्चे के रंग का गोरा होना भी एक ऐसा ही मिथक है। यह महत्वपूर्ण है कि हम स्वास्थ्य संबंधी सलाह को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझें और सही जानकारी के आधार पर निर्णय लें।</p> <p>प्रेग्नेंसी के दौरान केसर का सेवन बच्चे के रंग को गोरा नहीं करता, लेकिन इसके अन्य स्वास्थ्य लाभ अवश्य हैं। माता-पिता के जीन्स बच्चे के रंग और रूप को निर्धारित करते हैं। इसलिए, केसर का सेवन पोषक तत्वों के लिए करें, न कि मिथकों के आधार पर। प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।</p> <p>&nbsp;</p> <p>ये भी पढ़ें: <a href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/why-you-should-opt-for-regular-health-checkup/">रेगुलर चेकअप करवाने की सलाह क्यों दी जाती है, क्या हैं कारण</a></p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> </content>
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<title>Pregnancy Tips: प्रेग्नेंसी में भूलकर भी ना खाएं इन चीज़ों को वरना हो सकता है नुकसान</title>
<link>https://www.inkhabar.com/lifestyle/pregnancy-tips-do-not-eat-these-things-even-by-mistake-during-pregnancy-otherwise-it-may-cause-harm/</link>
<pubDate>May 15, 2024, 2:22 pm</pubDate>
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<category>लाइफस्टाइल</category>
<excerpt>नई दिल्ली: प्रेग्नेंसी में सही आहार बहुत महत्वपूर्ण होता है. एक गर्भवती महिला के शरीर में बदलाव होते हैं और इसलिए वो खानपान को भी शिशु के स्वास्थ्य के लिए ध्यानपूर्वक चुनना चाहिए. एक गर्भवती महिला को अपने शिशु के सही विकास के लिए प्रतिदिन अधिक ...</excerpt>
<content><p><strong>नई दिल्ली:</strong> प्रेग्नेंसी में सही आहार बहुत महत्वपूर्ण होता है. एक गर्भवती महिला के शरीर में बदलाव होते हैं और इसलिए वो खानपान को भी शिशु के स्वास्थ्य के लिए ध्यानपूर्वक चुनना चाहिए. एक गर्भवती महिला को अपने शिशु के सही विकास के लिए प्रतिदिन अधिक मात्राशी लेनी चाहिए. एक स्वस्थ आहार से मां और शिशु दोनों को पोषण प्राप्त होता है, जो कि उनके सही विकास के लिए आवश्यक होता है और प्रेग्नेंसी में आवश्यकता के हिसाब से अधिक ऊर्जा चाहिए. बता दें कि गर्भवती महिला को अपने और शिशु के स्वास्थ्य के लिए उचित मात्रा में ऊर्जा देने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए.</p> <p><img decoding="async" src="https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/styles/zm_700x400/public/2021/08/23/905499-untitled-22.png?itok=isCyzJoH" alt="Diet for Pregnant Lady know here best diet for pregnancy brmp | Diet for Pregnant Lady: गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को होती है इन पोषक तत्वों की जरूरत, जानिए क्या खाना चाहिए? |" /></p> <p>इस दौरान विटामिन और मिनरल्स की आवश्यकता अधिक होती है। इसी वजह से गर्भवती महिलाओं को अपने आहार में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, फोलेट और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए. प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ खास सावधानियाँ भी बरतनी चाहिए. जैसे कि पूर्णतया(Pregnancy Health Tips) पके और पचे हुए खाद्य पदार्थों का सेवन, स्वच्छ और सुरक्षित खाना, ताजा फल और सब्जियों का सेवन, नियमित और संतुलित आहार और अन्य संतुलित आहार संबंधित सावधानियां.</p> <p>also read</p> <p><a href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/health-care-do-you-know-that-back-pain-can-become-the-cause-of-serious-cancer/">Health Care : क्या आपको पता है कमर का दर्द बन सकता है गंभीर कैंसर का कारण</a></p> <h2><strong>कॉफी और कॉफी संबंधित पदार्थ</strong></h2> <p>जानकारी दें कि कॉफी और उसमें पाया जाने वाला कैफीन गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है.</p> <h2><strong>अल्कोहल</strong></h2> <p>इस दौरान अल्कोहल का सेवन करना बच्चे के विकास को बहुत प्रभावित कर सकता है.</p> <h2><strong>अंडा और क्रूस्टेसी</strong></h2> <p>बता दें कि अंडा और क्रूस्टेसी में पाया जाने वाला रॉ एग्स गर्भावस्था के दौरान(Pregnancy Health Tips) बच्चे के स्वास्थ्य को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है.</p> <h2><strong>गेहूं की अधिक मात्रा में सेवन</strong></h2> <p>दरअसल, गेहूं की अधिक मात्रा में सेवन करने से गलती से शरीर के अंदर तैर रहे एक्सेस डॉक्ट्रिन की भरमार हो सकती है.</p> <h2><strong>अनियमित आहार</strong></h2> <p>जानकारी दें गर्भावस्था के दौरान अनियमित आहार खाने से पोषण की कमी हो सकती है.</p> <h2><strong>अधिक तेलीय और फ्राइड फूड</strong></h2> <p>बता दें कि अधिक तेलीय और फ्राइड फूड सेवन करना गर्भावस्था के दौरान पेट के अनियमित और प्रसव संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है.</p> <h2><strong>क्रेमी और तली हुई चीजें</strong></h2> <p>दरअसल, गर्भावस्था के दौरान क्रेमी और तली हुई चीजें सेवन करने से पेट में जलन और दर्द की समस्या हो सकती है.</p> <h2><strong>जंक फूड</strong></h2> <p>जंक फूड में पाया जाने वाला अधिक मीठा व तेल से भरपूर होता है, जो कि गर्भावस्था के दौरान सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है.</p> <h2><strong>नमकीन और चटपटा खाना</strong></h2> <p>बता दें कि नमकीन और चटपटा खाना खाने से ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है, जो कि गर्भावस्था के दौरान नुकसानदायक हो सकता है.</p> <p>also read</p> <p><a href="https://www.inkhabar.com/entertainment/meryl-streep-shines-at-cannes-film-festival-2024/">Cannes Film Festival 2024 में मेरिल स्ट्रीप ने बिखेरा अपना जलवा</a></p> </content>
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<title>Pregnancy Precautions: प्रेग्नेंसी के शुरूआती तीन महीने में ना करें ये काम, बढ़ सकती है दिक्कत</title>
<link>https://www.inkhabar.com/lifestyle/pregnancy-precautions-do-not-do-these-things-in-the-first-three-months-of-pregnancy-problems-may-increase/</link>
<pubDate>January 12, 2024, 9:48 pm</pubDate>
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<category>लाइफस्टाइल</category>
<excerpt>नई दिल्लीः प्रेगनेंसी में महिलाओं को खास ध्यान रखने की जरूरत(Pregnancy Precautions) होती है। प्रेगनेंसी के समय महिलाओं का शरीर काफी नाजुक होता है। इस वक्त जरा सी भी लापरवाही कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। क्योंकि गर्भावस्था की शुरुआत में...</excerpt>
<content><p><strong>नई दिल्लीः</strong> प्रेगनेंसी में महिलाओं को खास ध्यान रखने की जरूरत(Pregnancy Precautions) होती है। प्रेगनेंसी के समय महिलाओं का शरीर काफी नाजुक होता है। इस वक्त जरा सी भी लापरवाही कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। क्योंकि गर्भावस्था की शुरुआत में ही महिला के हार्मोन और शरीर में लगातार बदलाव होने लगते हैं। वहीं गर्भावस्था के पहले तीन महीने में किसी तरह की लापरवाही और गलती से बचने की कोशिश करनी चाहिए। चलिए जानते हैं पहले तिमाही में क्या करना चाहिए और क्या नहीं&#8230;&#8230;।</p> <h4><strong>शुरूआती तीन महीने क्या न करें</strong></h4> <p><strong>हैवी एक्सरसाइज</strong></p> <p>प्रेगनेंसी के शुरूआती तीन महीने ज्यादा मेहनत वाली एक्सरसाइज करने से बचें। क्योंकि इस कारण महिला को कई तरह की कठिनाईयां आ सकती हैं और यहां तक कि गर्भपात जैसी स्थिति भी बन सकती है। हालांकि, हैवी एक्सरसाइज के अलावा ज्यादा वजन वाली चीजें भी नहीं उठाना चाहिए।</p> <h4><strong>कैफीन और स्मोकिंग न करें</strong></h4> <p>&nbsp;</p> <p>प्रेगनेंसी में शराब-सिगरेट का सेवन नहीं करना चाहिए। (Pregnancy Precautions)यहां तक की ज्यादा चाय-कॉफी पीने से भी बचना चाहिए। सिगरेट का सेवन करने वालों के संपर्क में भी आने से बचना चाहिए। दरअसल, सेकेंड हैंड स्मोक मां और बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।</p> <h4><strong>स्ट्रेस न लें</strong></h4> <p>&nbsp;</p> <p>बता दें कि गर्भवती महिलाओं को अपनी मेंटल हेल्थ का अच्छे से ख्याल रखना चाहिए। क्योंकि यह वो समय होता है, जब हार्मोंस और शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। ऐसे में मानसिक तनाव भी काफी हद तक बढ़ जाता है। इसको प्रेगनेंसी में बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना जाता है।</p> <h4><strong>प्रेगनेंसी की पहली 3 महीने में क्या करना चाहिए</strong></h4> <ul> <li>प्रेगनेंसी में आपकी डाइट का काफी महत्वपूर्ण रोल होता है। इसलिए इसका खास ख्याल रखना चाहिए और सही समय पर डाइट लेते रहना चाहिए।</li> <li>प्रेगनेंसी के समय में डॉक्टर से सलाह नियमित तौर पर लेनी चाहिए। क्योंकि इससे आपको पता चलता रहता है कि मां और बच्चे का ख्याल कैसे रखना है और किसी परेशानी से उबरने में भी मदद मिलती है।</li> </ul> <p><strong>Also Read:</strong></p> <ul> <li><a href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/healthy-lifestyle-know-why-health-experts-refuse-to-eat-more-food-in-cold-weather">Healthy Lifestyle: जानें क्यों ठंड के मौसम में ज्यादा खाना खाने से मना करते हैं हेल्थ एक्सपर्ट?</a></li> <li><a href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/cervical-cancer-cervical-cancer-is-dangerous-for-women-know-its-symptoms">Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के लिए है खतरनाक, जानें इसके लक्षण</a></li> </ul> </content>
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<title>क्या माँ बनने के लिहाज़ से 30 साल की उम्र होती है परफेक्ट? जानिए यहाँ</title>
<link>https://www.inkhabar.com/lifestyle/is-30-a-perfect-age-to-become-a-mother-know-here/</link>
<pubDate>January 31, 2023, 8:10 pm</pubDate>
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<category>लाइफस्टाइल</category>
<excerpt>नई दिल्ली: किसी भी महिला के लिए माँ बनने से सुखद अहसास शायद ही कुछ और होता हो। लेकिन आजकल के समय में ये देखा गया है कि काफी सारी महिलाओं का ऐसा मानना होता है कि 30-40 साल से ज़्यादा उम्र हो जाने के बाद माँ बनने में परेशानी आने लगती है। आज हम [&h...</excerpt>
<content><p><strong>नई दिल्ली</strong>: किसी भी महिला के लिए माँ बनने से सुखद अहसास शायद ही कुछ और होता हो। लेकिन आजकल के समय में ये देखा गया है कि काफी सारी महिलाओं का ऐसा मानना होता है कि 30-40 साल से ज़्यादा उम्र हो जाने के बाद माँ बनने में परेशानी आने लगती है। आज हम आपको इनख़बर के लाइफस्टाइल के ब्लॉग में कुछ प्रग्नेंसी टिप्स (Pregnancy Tips) बताएंगे जो आपको उम्र और माँ बनने के फैसले में काफी मदद करेंगे…</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ किस उम्र में बच्चा पैदा करना सही?</strong></h2> <p>कुछ लोग बच्चा पैदा करने के लिए 20 साल को सही उम्र मानते हैं, जबकि कई लोग 30 के बाद बच्चे पैदा करना सबसे अच्छा मानते हैं। शादी करने और बच्चे पैदा करने की सही उम्र को लेकर काफी लंबे समय से बहस चल रही है। हर कोई इसके बारे में अलग तरह से सोचता है। अब सवाल उठता है कि क्या वाकई उम्र और बच्चे पैदा करने के बीच गहरा संबंध है। क्या 30-40 साल से ऊपर की महिला बच्चे पैदा नहीं कर सकती? जानिए इससे जुड़ी अहम बातें।</p> <p>&nbsp;</p> <h2> <strong>➨ कंसीव करने की नहीं है कोई फिक्स उम्र</strong></h2> <p>आपकी जानकरी के लिए बता दें, बच्चा पैदा करने की कोई परफेक्ट उम्र नहीं होती, जो सभी के लिए एक जैसी हो। यह उम्र सभी के लिए अलग-अलग हो सकती है। महिलाएँ आमतौर पर Teenage यानि कि पीरियड्स शुरू होने से लेकर मेनोपॉज (Menopause) तक बच्चे पैदा करने में सक्षम होती है। ये सभी चीजें काफी हद तक लोगों की सेहत पर निर्भर करती हैं। कुछ महिलाओं की फर्टिलिटी लंबे समय तक अच्छी रहती है, तो कुछ लोग कम उम्र में ही अपनी फर्टिलिटी खो देती हैं।</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ ऑवल्यूशन का ध्यान रखें</strong></h2> <p>आपको बता दें कि कंसीव करने का सबसे ज्यादा संभावित समय ऑवल्यूशन का होता है। वैसे तो आप पूरे महीने में किसी भी दिन प्रेग्नेंट हो सकती हैं। ऐसे में वो महिलाऐं जिन्हें प्रेग्नेंसी नहीं हो रही हैं वो ऑवल्यूशन के समय इंटरकोर्स कर सकती हैं। इन दिनों में प्रेग्नेंसी के सबसे ज्यादा चांस होते हैं।</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ ऑवल्यूशन के दिन</strong></h2> <p>• आपके पीरियड्स जिस दिन पूरी तरह से ख़त्म हो जाते हैं उसके 11 दिन बाद आपका ऑवल्यूशन शुरू हो जाता है। यानी कि आपकी ओवरी फर्टिलाइज़ होने के लिए एग रिलीज करने लगती हैं।</p> <p>• आमतौर पर ऑवल्यूशन एक हफ्ते से लेकर 10 दिन तक का होता हैं। यानि पीरियड्स खत्म होने के 11दिन से 21 दिन के बीचा का समय प्रेग्नेंट होने के लिहाज से सबसे सही समय माना जाता हैं.</p> <p>• इसके अलावा एक खास बात ये है कि ऑवल्यूशन के शुरू के दिनों में एग सबसे अच्छी क्वालिटी में रिलीज होते हैं। यानी कि अगर ऑवल्यूशन के शुरुआती में सेक्स किया जाए तो प्रेग्नेंसी के चांस सौ प्रतिशत तक बढ़ जाते है।</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ कैसे पहचाने ऑवल्यूशन?</strong></h2> <p>अब आप सोच रहीं होंगी कि सिर्फ दिन मालूम चलने से हम ऑवल्यूशन को कैसे पहचानेंगी। तो परेशान होने की जरूरत नहीं हैं। आइये जल्दी से ऑवल्यूशन के लक्षणों के बारे में भी जान लेते हैं।</p> <p>• आपके ब्रेस्ट काफी कोमलता महसूस होने लगती हैं.</p> <p>• लोअर बेली में हल्का-सा मीठा दर्द का अनुभव</p> <p>• सेक्स करने की ज्यादा इच्छा होने लगती है.</p> <p>• व्हाइट डिस्चार्ज का आना</p> <p>• सर्विक्स का नरम होकर खुल जाना</p> <p>&nbsp;</p> <p>तो ये थे ऑवल्यूशन के कुछ आम लक्षण। इन लक्षणों को कोई भी महिला आराम से पहचान सकती है। ऐसे में अगर आप इन्हें पहचानकर यह जान लें कि प्रेग्नेंसी करने का सही समय क्या है तो आपकी माँ बनने की ख्वाइश जल्दी ही पूरी हो सकती है।</p> <p>&nbsp;</p> <p><strong>(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और आम जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. इनख़बर इसकी पुष्टि नहीं करता है.)</strong></p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <h3><strong>यह भी पढ़ें</strong></h3> <p>&nbsp;</p> <h3><span style="color: #00ccff"><a style="color: #00ccff" href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/wash-hair-with-multani-mitti-it-will-become-soft-and-very-beautiful-in-one-go"><strong>मुल्तानी मिट्टी से धोएं बाल, एक ही बार में हो जाएंगे मुलायम व बेहद ख़ूबसूरत</strong></a></span></h3> <h3><span style="color: #00ccff"><a style="color: #00ccff" href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/relationship-what-is-talaq-e-hasan-know-how-many-types-of-divorce-are-there-in-islam"><strong>Relationship: क्या है तलाक-ए-हसन? जानिए इस्लाम में कितने तरीके के होते हैं तलाक</strong></a></span></h3> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> </content>
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<title>लाइफस्टाइल: जल्दी चाहती हैं प्रेग्नेंसी? तो इन बातों का रखिये ध्यान</title>
<link>https://www.inkhabar.com/lifestyle/lifestyle-want-to-get-pregnant-soon-so-keep-these-things-in-mind/</link>
<pubDate>September 25, 2022, 11:25 pm</pubDate>
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<category>लाइफस्टाइल</category>
<excerpt>नई दिल्ली: किसी भी महिला के लिए माँ बनने से सुखद अहसास शायद ही कुछ और होता हो. लेकिन आजकल के समय में ये देखा गया है कि काफी सारी महिलाओं को कंसीव (Pregnancy) करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. ये समस्या खासतौर से उन महिलाओं में ज्यादा ...</excerpt>
<content><p><strong>नई दिल्ली:</strong> किसी भी महिला के लिए माँ बनने से सुखद अहसास शायद ही कुछ और होता हो. लेकिन आजकल के समय में ये देखा गया है कि काफी सारी महिलाओं को कंसीव (Pregnancy) करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है.</p> <p>ये समस्या खासतौर से उन महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है जो 30 की उम्र के बाद मां बनने का फैसला करती हैं. आज हम आपको <a href="https://www.inkhabar.com/livetv">इनख़बर</a> के लाइफस्टाइल के ब्लॉग में कुछ प्रग्नेंसी टिप्स (Pregnancy Tips) बताएंगे जो आपको जल्दी कंसीव करने में काफी मदद करेंगे&#8230;</p> <h2><strong>➨ पीरियड्स पर रखें नजर</strong></h2> <p>• आप हर महीने अपने पीरियड्स की पूरी डिटेल का ध्यान रखें। इसके साथ ही अपने पीरियड्स में होने वाले बदलावों पर भी पूरी नजर रखें। जैसे कि- आपकी पीरियडिक साइकिल कितने दिन की है. पूरे 30 दिन की या फिर 28 दिन की. आपका पीरियड फ्लो कितने दिन तक रहता है? 3 दिन या 5 दिन या फिर 1 हफ्ता।</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ पीरियड्स के समय फ्लो कैसा रहता है?</strong></h2> <p>&nbsp;</p> <p>आपको पीरियड्स में क्लोटिंग ज्यादा होती है या फिर आपको क्रैंप्स महसूस होते हैं या नहीं? इन बातों पर नजर रखना इसलिए जरुरी हैं क्योंकी ये बाते आपके डॉक्टर से बातचीत के समय काफी काम आएगी और डॉक्टर को आपको सलाह देने में मदद मिलेगी।</p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ ऑवल्यूशन का ध्यान रखें</strong></h2> <p>&nbsp;</p> <p>आपको बता दें कि कंसीव करने का सबसे ज्यादा संभावित समय ऑवल्यूशन का होता है. वैसे तो आप पूरे महीने में किसी भी दिन प्रेग्नेंट हो सकती हैं. ऐसे में वो महिलाऐं जिन्हें प्रेग्नेंसी नहीं हो रही हैं वो ऑवल्यूशन के समय इंटरकोर्स कर सकती हैं. इन दिनों में प्रेग्नेंसी के सबसे ज्यादा चांस होते हैं.</p> <h2><strong>➨ ऑवल्यूशन के दिन</strong></h2> <p>&nbsp;</p> <p>• आपके पीरियड्स जिस दिन पूरी तरह से ख़त्म हो जाते हैं उसके 11 दिन बाद आपका ऑवल्यूशन शुरू हो जाता है. यानी कि आपकी ओवरी फर्टिलाइज़ होने के लिए एग रिलीज करने लगती हैं.</p> <p>&nbsp;</p> <p>• आमतौर पर ऑवल्यूशन एक हफ्ते से लेकर 10 दिन तक का होता हैं. यानि पीरियड्स खत्म होने के 11दिन से 21 दिन के बीचा का समय प्रेग्नेंट होने के लिहाज से सबसे सही समय माना जाता हैं.</p> <p>• इसके अलावा एक खास बात ये है कि ऑवल्यूशन के शुरू के दिनों में एग सबसे अच्छी क्वालिटी में रिलीज होते हैं. यानी कि अगर ऑवल्यूशन के शुरुआती में सेक्स किया जाए तो प्रेग्नेंसी के चांस सौ प्रतिशत तक बढ़ जाते है.</p> <p>&nbsp;</p> <h2><strong>➨ कैसे पहचाने ऑवल्यूशन?</strong></h2> <p>अब आप सोच रहीं होंगी कि सिर्फ दिन मालूम चलने से हम ऑवल्यूशन को कैसे पहचानेंगी। तो परेशान होने की जरूरत नहीं हैं. आइये जल्दी से ऑवल्यूशन के लक्षणों के बारे में भी जान लेते हैं.</p> <p>• आपके ब्रेस्ट काफी कोमलता महसूस होने लगती हैं.</p> <p>• लोअर बेली में हल्का-सा मीठा दर्द का अनुभव</p> <p>• सेक्स करने की ज्यादा इच्छा होने लगती है.</p> <p>• व्हाइट डिस्चार्ज का आना</p> <p>• सर्विक्स का नरम होकर खुल जाना</p> <p>&nbsp;</p> <p>तो ये थे ऑवल्यूशन के कुछ आम लक्षण। इन लक्षणों को कोई भी महिला आराम से पहचान सकती है. ऐसे में अगर आप इन्हें पहचानकर यह जान लें कि प्रेग्नेंसी करने का सही समय क्या है तो आपकी मां बनने की ख्वाइश जल्दी ही पूरी हो सकती है.</p> <p>&nbsp;</p> <p><strong>(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और आम जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. इनख़बर इसकी पुष्टि नहीं करता है.)</strong></p> <p>&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <h3><strong>यह भी पढ़ें</strong></h3> <h3><span style="color: #00ccff"><a style="color: #00ccff" href="https://www.inkhabar.com/lifestyle/wash-hair-with-multani-mitti-it-will-become-soft-and-very-beautiful-in-one-go"><strong>मुल्तानी मिट्टी से धोएं बाल, एक ही बार में हो जाएंगे मुलायम व बेहद ख़ूबसूरत</strong></a></span></h3> </content>
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<title>प्रेग्नेंसी में फायदेमंद होते है ये 5 बेस्ट ड्रिंक, इसे पीने से मां और बच्चा दोनों रहेंगे स्वस्थ</title>
<link>https://www.inkhabar.com/lifestyle/these-5-best-drinks-are-beneficial-in-pregnancy-both-mother-and-child-will-be-healthy-by-drinking-it/</link>
<pubDate>July 1, 2022, 10:27 pm</pubDate>
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<category>लाइफस्टाइल</category>
<excerpt>नई दिल्ली: प्रेग्नेंसी के दौरान आपकी डाइट का सीधा असर होने वाली मां की सेहत और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। यही कारण है कि डॉक्टर्स भी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट पर ज्यादा ध्यान देने की सलाह देते हैं। साथ ही, गर्मियों क...</excerpt>
<content><p><strong>नई दिल्ली:</strong> प्रेग्नेंसी के दौरान आपकी डाइट का सीधा असर होने वाली मां की सेहत और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। यही कारण है कि डॉक्टर्स भी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट पर ज्यादा ध्यान देने की सलाह देते हैं। साथ ही, गर्मियों के सीजन में गर्भवती महिलाओं के शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। क्योंकि ऐसा होने पर बच्‍चे व मां दोनों को परेशानी हो सकती है। ऐसे में अपनी डाइट में ये तरल शामिल करने से आप अपनी बॉडी को हाइड्रेट रख सकती हैं।</p> <h2> <strong>छाछ-</strong></h2> <p>छाछ में कैल्शियम पाया जाता है और ये गर्मियों के मौसम में शरीर को हाइड्रेट रखने में बेहद लाभदायक होती है इसके साथ ही छाछ में पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए प्रोबायोटिक बैक्‍टीरिया भी पाए जाते हैं।</p> <h2><strong>नारियल पानी-</strong></h2> <p>नारियल पानी भी आपके ब्लड प्रेशर के स्तर को बनाए रखने में काफी मदद कर सकता है। ये एसिडिटी, हार्ट बर्न और कब्ज से भी राहत दिलाता है। वहीं प्रेग्नेंसी के समय ये बच्चे और प्लेसेंटा दोनों के लिए फायदेमंद है। गर्भवती महिलाओं को खुद को हाइड्रेट रखने के लिए नारियल पानी का लगातार सेवन करना चाहिए।</p> <h2><strong>दूध-</strong></h2> <p>प्रेग्नेंसी के दिनों में आप एक दिन में कम से दो एक बार दूध जरूर पिएँ। दूध से शरीर को भरपूर कैल्शियम, विटामिन बी12 और प्रोटीन मिलता है। दूध से बच्चे का विकास भी अच्छा होता है और हड्डियों के विकास में भी मदद मिलती है.</p> <h2><strong>फलों का रस-</strong></h2> <p>संतरा समेत अन्य फलों के रस में इम्यून-बूस्टिंग एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और फोलेट जैसे आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो बच्चे की कोशिका वृद्धि और विकास के लिए बेहद ज़रूरी होते हैं। इसलिए जरूरी है कि गर्भवती मां ज्यादा से ज्यादा ताजे फलों का खाएं और ताजे जूस पिएं।</p> <h3><strong>यह भी पढ़ें :</strong></h3> <h3 class="cas" data-id="https://www.inkhabar.com/national/pm-modi-will-set-his-sights-on-rajasthan-bjp-myy-formula-will-be-used-again-in-elections" data-title="बीजेपी MYY फॉर्मूला: पीएम मोदी राजस्थान बीजेपी की लगाएंगे नैया पार, चुनावों में फिर ‘MYY’ फॉर्मूला बनेगा संकटमोचन"><strong><a href="https://www.inkhabar.com/national/pm-modi-will-set-his-sights-on-rajasthan-bjp-myy-formula-will-be-used-again-in-elections">बीजेपी MYY फॉर्मूला: पीएम मोदी राजस्थान बीजेपी की लगाएंगे नैया पार, चुनावों में फिर ‘MYY’ फॉर्मूला बनेगा संकटमोचन</a></strong></h3> <h3><strong><a href="https://indianews.in/delhi/first-case-of-omicron-subvariant-ba-4-detected-in-india/">भारत में ओमिक्रोन सबवैरिएंट BA.4 का पहला केस मिला, इन्साकाग ने की पुष्टि, जानें क्या है ये नया वैरिएंट?</a></strong></h3> </content>
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