18 Nov 2024 09:33 AM IST
15वीं-16वीं शताब्दी यूरोप में डायन बिसाही की ख़बरें ज्यादा आती थी। उस समय महिलाएं डरी हुई रहती थी कि कही उनपर भी डायन होने का आरोप लग जाए। अगर किसी महिला पर डायन होने का आरोप लगता था तो उसकी जांच की जाती थी। इसमें उन्हें खूब प्रताड़ित किया जाता था।