26 Nov 2024 22:41 PM IST
इस फर्जी ऐप को डाउनलोड करते ही हैकर्स व्यक्ति के फोन तक पहुंच जाते हैं। वे ओटीपी, बैंक के मैसेज, आधार नंबर, पैन कार्ड और जन्मतिथि जैसी प्राइवेट डिटेल्स को चुरा लेते हैं। इसके बाद वे इन जानकारियों का इस्तेमाल करके UPI के जरिए फोन को पेमेंट रजिस्ट्रेशन में जोड़ लेते हैं और बैंक खाते से पैसे निकाल लेते हैं।