रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले को भी देश में दलितों के उत्पीड़न के विरोध का सामना करना पड़ा. सूरत में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ युवकों ने उनके सामने काले झंडे फेंके और मुर्दाबाद के नारे लगाए.
सूरतः सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट में बदलाव पर दलित संगठनों का विरोध जारी है. रविवार को रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष और केंद्र सरकार में मंत्री रामदास अठावले को भी दलित युवकों के गुस्से का सामना करना पड़ा. कुछ युवक उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में घुसे और दलितों के उत्पीड़न की बात कहते हुए उनके सामने काले झंडे फेंकने लगे. इस दौरान युवकों ने मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. न्यूज एजेंसी ANI ने इसका एक वीडियो जारी किया है.
ANI की खबर के अनुसार, आरपीआई के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले रविवार को सूरत में थे. यहां वह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे कि तभी कुछ युवक वहां पहुंचे और दलितों पर हो रहे अत्याचार का विरोध दर्ज कराने लगे. रामदास अठावले इससे पहले कुछ समझ पाते एक युवक ने उनके कंधे पर काला झंडा रख दिया और दलितों की पैरवी न करने का आरोप लगाने लगे. वहां पास में खड़े शख्स ने अठावले के कंधे से झंडा उठाया और युवक को बाहर निकालने लगा.
WATCH: Youth shows black cloth to Union Minister Ramdas Athawale during a confrence in Surat. #Gujarat pic.twitter.com/aR9QZia1In
— ANI (@ANI) April 8, 2018
युवक ने फिर से झंडा हाथ में लिया और अठावले के सामने फेंक दिया. इस दौरान युवक दलितों पर अत्याचार की बात कहते हुए रामदास अठावले का विरोध करने लगा और मुर्दाबाद के नारे लगाने लगा. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान अठावले शांत बैठे रहे. बताते चलें कि शनिवार को अठावले ने बदायूं में बसपा सुप्रीमो को एनडीए में शामिल होने का न्योता दिया. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘मैं मायावती को अपनी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने और उनके नेतृत्व में काम करने को भी तैयार हूं. अगर मायावती आरपीआई में शामिल होती हैं तो मैं उनके लिए मोदी सरकार में मंत्री पद दिलाने की पूरी कोशिश करूंगा.’
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