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‘राम मंदि’र के बाद बनेगा ‘योगी मंदिर’, 4 करोड़ की लागत में बनेगी 101 फीट ऊंची प्रतिमा

लखनऊ: अयोध्या में बनने जा रहे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बनने जा रहा है. यह मंदिर सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम पर बनाया जाएगा जिसमें उनकी 101 फीट ऊँची प्रतिमा होगी. जानकारी के अनुसार इस मंदिर के निर्माण की लागत 4 करोड़ रुपए होगी। […]

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  • February 22, 2023 3:53 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लखनऊ: अयोध्या में बनने जा रहे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बनने जा रहा है. यह मंदिर सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम पर बनाया जाएगा जिसमें उनकी 101 फीट ऊँची प्रतिमा होगी. जानकारी के अनुसार इस मंदिर के निर्माण की लागत 4 करोड़ रुपए होगी। इतना ही नहीं 24 फरवरी को इसका भूमि पूजन भी किया जाएगा. प्रभाकर मौर्य इस मंदिर का निर्माण कर रहे हैं जो पहले भी सरकारी भूमि में योगी मंदिर बना कर विवादों में आ चुके हैं.

किसने बनवाया मंदिर

दरअसल अयोध्या के पुरवा में मौर्य श्री योगी मंदिर बना रहे हैं जैसी लागत लगभग 4 करोड़ होगी. मंदिर की जमीन के लिए 24 फरवरी को भूमि पूजन किया जाएगा. राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास और हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास इस भूमि पूजन के लिए आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रित किया गया है. उन्हें इस कार्यक्रम के लिए रजिस्टर्ड पत्र भेजा गया है.

पहले भी हुआ विवाद

हालांकि साधु संतों के अतिरिक्त किसी और भाजपा नेता के इस कार्यक्रम में शामिल होने की बात नहीं कही गई है.बता दें, इसके पहले भी योगी मंदिर को लेकर विवाद हुआ था. अब यह मंदिर बनाया जा रहा है जो अगले पांच सालों में यानी साल 2027 तक पूरा बनकर तैयार होगा। लेकिन यह योगी मंदिर तो बनने से पहले ही चर्चा में है. सपा मुखिया अखिलेश यादव से लेकर अन्य विपक्षी पार्टी के नेता सभी इस मंदिर के विरोध में स्वर बुलंद कर रहे हैं. दूसरी ओर निर्माण करने वाले प्रभाकर मौर्य खुद को योगी का भक्त बताते हैं और कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ उनके लिए गुरु और भगवान दोनों है.

रहा है विवादो से नाता

गौरतलब है कि खुद को ‘योगी भक्त’ बताने वाले प्रभाकर मौर्य और उनके योगी मंदिर का पहले भी विवादों से नाता रहा है. इसके पहले सरकारी भूमि पर प्रभाकर मौर्य ने श्री योगी मंदिर बनाकर मुख्यमंत्री की मूर्ति स्थापित की थी. इसके बाद उन्होंने इस मूर्ति की पूजा और आरती शुरू की थी, हालाकि कुछ ही दिन बाद प्रभाकर मौर्य के चाचा ने सरकारी जमीन पर मंदिर निर्माण का आरोप लगाया था. उनका कहना था कि ये जमीन परिवार की सामूहिक थी जिसपर मंदिर बनाकर प्रभाकर ने खुद का कब्ज़ा जमा लिया है.

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