लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सदन में आग उगल रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर से मौलवी और कठमुल्ले का जिक्र कर दिया। सनातन विरोधियों को भी अपने निशाने पर लिया। उन्होंने सदन में बताया कि कैसे महाकुंभ में अद्वितीय रिकॉर्ड बना है। मंगलवार को विधानपरिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के बाद सीएम योगी ने अपनी बात रखी।
सीएम के मक्का-मदीना और महाकुंभ में अंतर बताया और फिर से दोहराते हुए कहा कि मुल्ला-मौलवी बनाने वाली कठमुल्लेपन की शिक्षा नीति की इजाजत यूपी में नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि 45 दिनों तक महाकुंभ मेले ने यूपी में पंचतीर्थ बना दिए हैं। प्रयागराज के साथ काशी-अयोध्या, गोरखपुर, मथुरा और वृंदावन पांच महातीर्थ बनकर उभरे हैं। इन जगहों पर करोड़ों श्रद्धालु आये हैं। अयोध्या और काशी में 52 दिनों में भक्तों का सैलाब देखने को मिला।
हम तो परंपरागत मुल्ला और मौलवी बनाने की बजाय बच्चों को वैज्ञानिक बनाना चाहते हैं…
कठमुल्लापन की संस्कृति नहीं चलेगी… pic.twitter.com/hEKadRHpk5
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 25, 2025
उन्होंने आगे कहा कि मुस्लिमों के सबसे बड़े तीर्थस्थल मक्का-मदीना और महाकुंभ में बहुत अंतर है। मक्का में 24 दिनों में 1 करोड़ 40 लाख लोग पहुंचे। ईसाईयों के सबसे बड़े धार्मिक स्थल वेटिकन सिटी में 80 लाख लोग पहुंचे वहीं इन सबसे 12 गुना ज्यादा यानी 16 करोड़ लोग तो सिर्फ अयोध्या पहुंचे हैं। महाकुंभ में 45 दिनों में 65 करोड़ सनातनियों ने डुबकी लगाई है। योगी ने दो टूक में कहा कि कठमुल्लापन की प्रवृति हमारी सरकार में नहीं चलेगी। हम बच्चों को मुल्ला-मौलवी नहीं बल्कि वैज्ञानिक बनाने में यकीन रखते हैं।