नवरात्रि पर योगी सरकार कर रही खास आयोजन, ‘मिशन शक्ति’ थीम पर होंगे कार्यक्रम

लखनऊ: शारदीय नवरात्रि के दौरान उत्तर प्रदेश में सभी शक्तिपीठों और देवी मंदिरों में भव्य आयोजन किए जाएंगे। योगी सरकार ने नवरात्रि के इस पर्व को विशेष बनाने के लिए मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रमों, दुर्गा सप्तशती पाठ और रामायण के आयोजन का फैसला लिया है। इसके साथ ही, महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए ‘मिशन […]

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नवरात्रि पर योगी सरकार कर रही खास आयोजन, ‘मिशन शक्ति’ थीम पर होंगे कार्यक्रम

Yashika Jandwani

  • September 23, 2024 11:49 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

लखनऊ: शारदीय नवरात्रि के दौरान उत्तर प्रदेश में सभी शक्तिपीठों और देवी मंदिरों में भव्य आयोजन किए जाएंगे। योगी सरकार ने नवरात्रि के इस पर्व को विशेष बनाने के लिए मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रमों, दुर्गा सप्तशती पाठ और रामायण के आयोजन का फैसला लिया है। इसके साथ ही, महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

जिलाधिकारियों को निर्देश जारी

सरकार ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। हर जिले में होने वाले आयोजनों के लिए जिला स्तरीय समिति काम करेगी। शारदीय नवरात्रि का पर्व 3 से 12 अक्टूबर तक मनाया जाएगा और इस दौरान यूपी के देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में धार्मिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। संस्कृति विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिलों में पड़ने वाले शक्तिपीठों और चयनित देवी मंदिरों में आयोजन की व्यवस्था करें।

लोक कलाकारों और भजन मंडलिया

मंदिरों में दुर्गा सप्तशती पाठ, अखंड रामायण पाठ और भजन कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। विशेष कार्यक्रम अष्टमी और नवमी पर आयोजित होंगे और इसके लिए संस्कृति विभाग फंड भी मुहैया कराएगा। आयोजनों की व्यवस्था के लिए लोक कलाकारों, भजन मंडलियों और कीर्तन मंडलियों का चयन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति करेगी, जिसका कोऑर्डिनेशन संस्कृति विभाग और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग करेंगे।

महिला सुरक्षा से जुड़े कार्यक्रम

यूपी सरकार का ‘मिशन शक्ति’ अभियान भी इन आयोजनों से जुड़ा रहेगा। इसके तहत महिला और बालिका सुरक्षा से जुड़े जागरूकता कार्यक्रम और सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा कि नवरात्रि के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं मंदिरों में आती हैं, इसलिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा महिला सुरक्षा से जुड़े कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

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