लखनऊ: देश में लोकसभा चुनाव का मतदान खत्म हो चुका है अब परिणाम बाकी है. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जनता ने अपना फैसला सुना दिया है. चार जून को नतीजे सामने आएंगे, तब जाके पता चलेगा कि देश की जनता ने सबसे ज्यादा किसे प्यार दिया है और किसे कम, लेकिन उससे पहले योगी सरकार […]
लखनऊ: देश में लोकसभा चुनाव का मतदान खत्म हो चुका है अब परिणाम बाकी है. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जनता ने अपना फैसला सुना दिया है. चार जून को नतीजे सामने आएंगे, तब जाके पता चलेगा कि देश की जनता ने सबसे ज्यादा किसे प्यार दिया है और किसे कम, लेकिन उससे पहले योगी सरकार ने जनता को बड़ा झटका दिया है. योगी सरकार ने यूपी में बसों का किराया बढ़ा दिया है. अभी चुनाव के परिणाम भी नहीं आए कि जनता के कांधे पर बोझ डाल दिया गया है.
योगी सरकार ने चुनाव खत्म होते ही बसों का किराया बढ़ा दिया है. यूपी रोडवेज की बसों का किराया बढ़ गया है. चुनाव खत्म होते ही किराया बढ़ाए जाने को लेकर यात्री काफी निराश हैं. अभी लोकसभा चुनाव का रिजल्ट भी नहीं आया है कि यात्रियों के लिए बुरी खबर आ गई है. तो चलिए यूपी रोडवेज की बसों के पुराने किराए के बारे में जानते हैं.
आपको बता दें कि आलमबाग से वाराणसी का किराया पहले 467 रुपये था जो इसे बढा कर 470 रुपये कर दिया गया है. कैसरबाग से देहरादून का किराया 899 रुपये था जो अब 902 रुपये कर दिया गया है. कैसरबाग से हरिद्वार का पहले किरिया 783 रुपये था जो अब 786 रुपये हो गया है. कैसरबाग से बरेली स्टेशन के लिए किराया 359 रुपये था जो बढ़ा कर 360 रुपये कर दिया गया है. वहीं आलमबाग से बस्ती बस स्टेशन का किराया 354 रुपये था जो बढ़ा कर 355 रुपये हो गया है.