नई दिल्ली: लद्दाख, जो अपनी अद्वितीय सुंदरता और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के लिए जाना जाता है, एक ऐसा केंद्रशासित प्रदेश है जो पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। हालांकि, लद्दाख का एक गांव, आर्य वैली, एक खास वजह से चर्चा में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस गांव में विदेशी महिलाएं खासतौर पर यूरोप से आती […]
नई दिल्ली: लद्दाख, जो अपनी अद्वितीय सुंदरता और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के लिए जाना जाता है, एक ऐसा केंद्रशासित प्रदेश है जो पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। हालांकि, लद्दाख का एक गांव, आर्य वैली, एक खास वजह से चर्चा में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस गांव में विदेशी महिलाएं खासतौर पर यूरोप से आती हैं ताकि यहां के पुरुषों से गर्भवती हो सकें।
आर्य वैली में ब्रोकपा जनजाति के लोग रहते हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे सिकंदर महान की सेना के वंशज हैं। ऐसी धारणाएं हैं कि सिकंदर जब भारत से वापस लौटा तो उसकी सेना का एक हिस्सा यहीं रह गया और उनके वंशज आज भी इस क्षेत्र में निवास करते हैं। ब्रोकपा जनजाति के लोग अपनी शारीरिक बनावट, अच्छे कद-काठी और मजबूत शरीर के लिए जाने जाते हैं. यही कारण है कि विदेशी महिलाएं यहां आकर उनसे संतान प्राप्ति की इच्छा रखती हैं।
कहा जाता है कि ये महिलाएं यहां आकर स्थानीय पुरुषों के साथ संबंध बनाती हैं और गर्भवती होने के बाद वापस चली जाती हैं। इस प्रक्रिया के बदले में वे पुरुषों को आर्थिक रूप से लाभान्वित भी करती हैं। इंटरनेट के जरिए इस प्रथा के बारे में प्रचार होने के बाद से इस तरह की घटनाएं बढ़ी हैं। हालांकि, ब्रोकपा जनजाति के लोग स्वयं को शुद्ध आर्य मानते हैं, लेकिन इसके समर्थन में कोई ठोस प्रमाण उपलब्ध नहीं है। वहीं कई विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि प्रेग्नेंसी टूरिज्म महज एक मनगढ़ंत कहानी है, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है। इसके बावजूद, लद्दाख का यह गांव अपनी इस अद्वितीय कथा के कारण विशेष रूप से जाना जाने लगा है।
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