मध्य प्रदेश में किसान आत्महत्या का मामला गर्माया हुआ है. ऐसे में एक महिला अधिकारी किसान से रिश्वत के रूप में चार हजार रुपये और चार किलो मटर लेती गिरफ्तार की गई है. किसान की शिकायत पर लोकायुक्त की टीम ने छापा मारा और महिला को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
ग्वालियर. मध्य प्रदेश टूरिज्म का विज्ञापन ‘एमपी अजब है, सबसे गजब है’ तो आपने टीवी पर देखा ही होगा. अजब एमपी में रिश्वत का गजब मामला सामने आया है. यहां एक सरकारी महिला कर्मचारी को चार किलो मटर और चार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, ग्वालियर की महिला कर्मचारी अनीता श्रीवास्तव को एक किसान से रिश्वत के रूप में मटर लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने रंगों हाथों गिरफ्तार किया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ग्वालियर में तैनात अनीता ने नंदकिशोर लोधी नाम के किसान से जमीन के नामांतरण की एवज के बदले रिश्वत की मांग की थी. किसान द्वारा रिश्वत नहीं दी गई तो महिला कर्मचारी ने नामांतरण का काम महीने भर से अटका रखा था. कर्मचारी की डिमांड से परेशान किसान ने इसकी शिकायत लोकायुक्त से की. लोकायुक्त ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एक टीम गठित की और किसान को भी रिश्वत देने के लिए तैयार कर लिया.
लोकायुक्त की टीम के निर्देशानुसार नंदकिशोर रिश्वत की रकम और मटर लेकर अनीता के दफ्तर पहुंचे. जैसे ही उन्होंने मटर और पैसे महिला कर्मचारी को दिए लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. आरोपी महिला कर्मचारी किसान से दो हजार रुपए और साड़ी 21 फरवरी को ले चुकी थी. 21 फरवरी को ही अनीता ने नंदकिशोर को पैसों के साथ चार किलो ताजा मटर साथ लाने को कहा था. इसके बाद नंदकिशोर ने लोकायुक्त के पास शिकायत की थी जिसके बाद से एक टीम को दफ्तर के चारों तरफ निगरानी पर लगा दिया गया था. पैसे और मटर लेकर पहुंचे किसान से महिला ने पैसे ले लिए जबकि मटर कुर्सी के पास ही रखवा ली. तभी लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों धर दबोचा.
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