लखनऊ: पुलिस को देखते ही बड़े-बड़े गुंडे मवाली थर्र-थर्र कांपने लगते हैं. उन लोगों में दहशत का माहौल देखने को मिलता है. अब आप जरा सोचिए कि अगर हमारे देश में पुलिस नहीं होती, तो क्राइम को रोक पाना बेहद मुश्किल हो जाता. वहीं अगर कोई जगह पर पुलिस जाती है, तो लोग उन्हे सैल्यूट […]
लखनऊ: पुलिस को देखते ही बड़े-बड़े गुंडे मवाली थर्र-थर्र कांपने लगते हैं. उन लोगों में दहशत का माहौल देखने को मिलता है. अब आप जरा सोचिए कि अगर हमारे देश में पुलिस नहीं होती, तो क्राइम को रोक पाना बेहद मुश्किल हो जाता. वहीं अगर कोई जगह पर पुलिस जाती है, तो लोग उन्हे सैल्यूट करते हैं, उनको इज्जत देते हैं. पुलिस हमारी सर्दी, गर्मी, ठंडी या फिर बरसात सभी मौसम में वो हमारी प्रोटेक्शन करती है. अब आप जरा सोचिए कि अगर प्रोटेक्शन करने वाले के साथ ही क्राइम हो जाए, तो आप क्या कहेंगे…
जी हां… इसी तरह का मामला गाजियाबाद जिले के थाना मुरादनगर इलाके से सामने आया है. जहां नगर पालिका कार्यालय में ईवीएम था, जिसकी सुरक्षा में तैनात 2018 बैच के सिपाही ने सरकारी असलहे से गोली मारकर आत्महत्या कर ली. वहीं सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर स्थानीय पुलिस और अधिकारी पहुंचे. हालांकि, अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर पुलिस वाले ने आत्महत्या क्यों कर ली, आखिर क्या वजह हुई होगी… तो चलिए आपको विस्तार से बताते हैं….
बता दें कि जिस पुलिस वाले ने आत्महत्या की, उसने एक वीडियो भी बनाया था, जिसमें वह अपने खुदकुशी करने की वजह महिला मित्र और उसके साथियों को बताया. पम्मी ने बताया कि महिला मित्र के साथ-साथ उसके दोस्तों ने भी उस पर दबाव बनाना शुरु कर दिया था.
हालांकि जब पम्मी ने अपनी बातें वीडियो के जरिए बयां कर दी, तो फिर उसने सरकारी राइफल से अपने सिर पर गोली मार ली, जिसके बाद मौके पर ही उसकी मौत हो गई. वहीं पुलिस को जब घटना की जानकारी मिली, तो पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करने के लिए भेजवा दिया.
वहीं इस मामले को लेकर डीसीपी ग्राम विवेक चंद यादव ने बताया की पुलिस के मुताबिक जिस सिपाही ने आत्महत्या की है, उसका नाम पम्मी है. उसने मंगलवार की शाम को अपना वीडियो बनाया था. वीडियो में पम्मी ने बताया कि दो साल पहले वो एक महिला के संपर्क में आया. जब धीरे-धीरे बात आगे बढ़ी, तो उस दोनों के बीच करीबी और बढ़ने लगी.
जब कुछ समय बीता, तो महिला मित्र ने पम्मी पर पैसा देने के लिए दबाव बनाना शुरु कर दिया. वहीं पम्मी ने दो साल में महिला मित्र को छह लाख रुपये दे चुका है, इतना ही नहीं उसने अपनी पत्नी के गहने तक बेच डाले थे, ताकि वो अपनी महिला मित्र को पैसा दे सके. वहीं पुलिस इस मामले को लेकर आगे की कार्रवाई कर रही है.