तीन दिन पहले वेस्ट दिल्ली के मोती नगर स्थित जखीरा चूरा मंडी इलाके में दो बच्चियों की रहस्यमय हालत में मौत हो गई थी. अब खुलासा हुआ है कि बच्चियों की मां ने ही काले जादू के फेर में फंसकर उनकी बलि दे दी. आरोपी महिला की दिमागी हालत ठीक नहीं है. पुलिस ने महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है. पुलिस महिला के इलाज के बाद उसे गिरफ्तार करने की बात कह रही है. मृतक बच्चियों का पिता और पड़ोसी आरोपी महिला की इस हरकत से बेहद सकते में हैं.
नई दिल्लीः वेस्ट दिल्ली के मोती नगर इलाके में तीन दिन पहले दो बच्चियों के कत्ल के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. बच्चियों के पिता का आरोप है कि उसकी पत्नी ने ही काले जादू के चलते दोनों नाबालिग बेटियों की बलि दे दी. पुलिस का इस बारे में कहना है कि महिला की दिमागी हालत ठीक नहीं लग रही है. आरोपी महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दिमागी रूप से सही होने के बाद पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी. एक मां की इस खौफनाक करतूत से इलाके के लोग बेहद सकते में हैं.
मृतक बच्चियों के नाम नंदिनी (6 साल) और आकांक्षा (6 माह) थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी महिला सुमन अपने पति और तीन बेटियों के साथ मोती नगर थाना इलाके में आने वाले जखीरा चूरा मंडी में रहती थी. पड़ोसियों की मानें तो कई बार उन्हें सुमन की हरकतें संदिग्ध लगती थीं. वह जादू-टोना भी करती थी और कुछ समय से एक तांत्रिक के पास भी जाने लगी थी. पुलिस को शक है कि बेटे की चाहत में सुमन तांत्रिक के पास जाया करती थी और इसी फेर में फंसकर उसने मासूम बच्चियों की बलि दे दी.
मिली जानकारी के अनुसार, पेशे से मजदूर महिला के पति पवन ने बताया कि कुछ वक्त से सुमन का व्यवहार काफी बदल गया था. कई बार वह उसपर हाथ उठा देती थी. वह भी सुमन की हरकतों की वजह से डरा-डरा रहता था. बताया जा रहा है कि घटना वाले दिन यानी 20 फरवरी की सुबह तांत्रिक सुमन के घर आया था. पवन तांत्रिक को घर लेकर आया था. सुमन तांत्रिक को घर में घुसने नहीं दे रही थी. उसने तांत्रिक पर पानी डाल दिया था. हालांकि पुलिस इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए केस की तफ्तीश कर रही है.
पड़ोसियों का कहना है कि सुमन अपनी बच्चियों को बाहर खेलने नहीं देती थी. वह अक्सर उन्हें घर की छत पर खेलने की इजाजत देती थी. उनके मकान मालिक की मानें तो पूरे परिवार का व्यवहार बेहद अजीब था. घटना से एक दिन पहले उन्होंने बच्चियों को देखा था. उन्हें क्या पता था कि अगले दिन यह बच्चियां हमेशा के लिए मौत के मुंह में समा जाएंगी.