पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रासाद यादव और उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के अलावा 17 अन्य लोगो के नाम CBI ने चार्जशीट दायर कर दी है. इसी कड़ी में 3 जुलाई को सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में बिहार के वर्तमान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रताप यादव का नाम जोड़ दिया है. इस सप्लीमेंट्री चार्जशीट को लेकर […]
पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रासाद यादव और उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के अलावा 17 अन्य लोगो के नाम CBI ने चार्जशीट दायर कर दी है. इसी कड़ी में 3 जुलाई को सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में बिहार के वर्तमान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रताप यादव का नाम जोड़ दिया है. इस सप्लीमेंट्री चार्जशीट को लेकर आज दिल्ली स्थित राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होगी।
रेलवे में कथित नौकरी के बदले जमीन के मामले में सीबीआई की चार्जशीट में तेजस्वी का नाम आते ही विपक्ष हमलावर हो गया है. इसको लेकर बिहार विधानसभा के मानसून सत्र में हंगामा भी हुआ. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने इस्तीफे की मांग को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला। उन्होंने आगे सवाल पूछा कि जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर शांत क्यों हैं? वहीं बिहार के पूर्व सीएम और नीतीश के सहयोगी रहे जीतन राम मांझी भी तेजस्वी के मामले को लेकर नीतीश कुमार पर हमलावर दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने सवाल उठाया है कि पहले तो 4 घंटे में इस्तीफा ले लिया गया था इस बार मुख्यमंत्री इतने शांत क्यों हैं?
यह मामला 2004 से 2009 का है जब लालू यादव यूपीए सरकर के रेल मंत्री थे. आरोप है कि उनके रेल मंत्री रहते हुए अवैध तरीके से कुछ लोगों को जमींन के बदले नौकरियां दी गईं थी. ये जमीनें भारत के मुंबई ,दिल्ली , पटना जैसे शहरों में थीं जिन्हें बाजार से बहुत कम कीमत पर बेचा गया था. अब सीबीआई ने इस मामले की जांच तेज कर दी है. दूसरी ओर मनीलांड्रिंग से संबंधित मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है.
इस बीच बिहार की सियासत पर भी पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं जहां एक बार फिर 2017 वाले हालात बनते नज़र आ रहे हैं. बिहार की सियासत में पलटू राम कहलाने वाली नीतीश कुमार के एक बार फिर NDA धड़े में शामिल होने की संभावना है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ आरोप पत्र दायर होने के साथ नीतीश कुमार के इस्तीफे को लेकर सुगबुगाहट होने लगी है. दूसरी ओर चिराग पासवान से लेकर रालोजद के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा तक बिहार में खेला होने को लेकर दावे कर रहे हैं. ये सभी स्थितियां इस ओर इशारा कर रही हैं कि जल्द ही सीएम नीतीश कुमार कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं. आइए जानते हैं इस बात की कितनी संभावना हो सकती है कि नीतीश कुमार जल्द ही NDA में शामिल हो जाएं.