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हरियाणा के सोनीपत में कांग्रेस फिर कर पाएगी वापसी ?

नई दिल्ली : हरियाणा में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है . यहां एक अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. वहीं चार अक्टूबर को नतीजे धोषित किए जाएंगे. चुनाव होने में डेढ़ माह से ज्यादा का समय बचा हुआ है. चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया पांच सितंबर से शुरू की जाएगी. आयोग के मुताबिक […]

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sonipat
  • August 27, 2024 5:37 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली : हरियाणा में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है . यहां एक अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. वहीं चार अक्टूबर को नतीजे धोषित किए जाएंगे. चुनाव होने में डेढ़ माह से ज्यादा का समय बचा हुआ है. चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया पांच सितंबर से शुरू की जाएगी. आयोग के मुताबिक 12 सितंबर तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे. इसके अलावा 13 सितंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. 16 सितंबर तक नाम वापस ले सकते है. हम आपको सोनीपत विधानसभा सीट के बारे में बता रहे है. बता दें 2019 के सुरेंद्र पंवार ने सोनीपत विधानसभा सीट से जीत हासिल किया था. उन्होंने भाजपा की कविता जैन को 32861 वोटों से हराया था।.राज्य में वोटिंग की प्रक्रिया एक ही चरण में पूरी की जाएगी. वहीं चुनाव में भाजपा, कांग्रेस, जेजेपी इनेलो जैसी प्रमुख राजनीतिक पार्टियां पूरी ताकत से चुनावी दौड़ में जुटी है. बता दें सोनीपत एक सामान्य वर्ग सीट है.

सोनीपत सीट बीजेपी का गढ़

सोनीपत से बीजेपी के टिकट पर कविता जैन लगातार दो बार विधायक चुनी गई थी. वह सोनीपत सीट से 2009 और 2014 में विधायक चुनी गई थीं. यह सीट आमतौर पर कविता जैन का गढ़ रही है लेकिन पूरे सोनीपत की बात करें तो यह पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है। 2019 में सोनीपत में हुए विधानसभा चुनाव में 59.51 प्रतिशत वोट पड़े थे.

सोनीपत सीट का इतिहास

सोनीपत सीट पर कांग्रेस ने पांच बार जीत दर्ज की थी. वहीं बीजेपी ने तीन बार जीत हासिल किया है. वहीं यहां से निर्दलीय उम्मीदवार ने दो बार चुनाव जीता था.यहां पर कुल 13 बार चुनाव हुए है.वहीं बीजेपी ने इस सीट पर 1982 में पहली बार जीत हासिल किया था . यहां से बीजेपी के देवी दास ने चुनाव जीता था. 1987 में बीजेपी के देवी दास ने फिर वापसी किया था. बता दें इससे पहले देवी दास जेजेपी पार्टी में थे .1972 के चुनाव में वह जेजेपी से विधायक चुने गए थे. इसके बाद 1991 में कांग्रेस की वापसी हुई.कांग्रेस के शाम दास ने जीत हासिल किया था. वहीं 1996 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय विधायक देव राज दीवान चुने गए थे. 2000 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय विधायक देव राज दीवान को जनता ने फिर मौका दिया . इसके बाद 2005 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अनिल ठाकर ने जीत दर्ज की. इस सीट पर बीजेपी ने 2009 के विधानसभा चुनाव में वापसी किया. यहां से बीजेपी की नेता कविता जैन चुनी गई. 2014 के चुनाव में भी कविता जैन को जनता ने सेवा करने का मौका दिया. इसके बाद 2019 के चुनाव में सोनीपत सीट पर कांग्रेस ने वापसी करते हुए जीत हासिल की.

जातिगत समीकरण

सोनीपत सीट में 2019 के विधानसभा चुनाव में कुल 216117 मतदाता थे. 2011 के जातिगत जनगणना के अनुसार यहां पर अनुसूचित जाति के मतदाता की संख्या लगभग 33,001 हैं जो कि कुल आबादी का 15.27% हैं. वहीं मुस्लिम मतदाता की संख्या लगभग 9,077 है. जो कुल आबादी का लगभग 4.2% हैं. सोनीपत में ग्रामीण मतदाता की संख्या लगभग 2,982 हैं. जो कि कुल आबादी का लगभग 1.38% हैं। .वहीं शहरी मतदाता की संख्या लगभग 213,135 हैं. जो कुल आबादी का लगभग 98.62 प्रतिशत हैं

2019 चुनाव परिणाम

सोनीपत विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी के सुरेंद्र पंवार ने जीत हासिल किया था. उन्हें 79,438 वोट मिले थे .उनका वोट शेयर 59.51% था. वहीं दूसरे नबंर पर बीजेपी की कविता जैन थी.उन्हें कुल 46,560 वोट मिले थे .उनका वोट शेयर 34.88% था . वहीं तीसरे नबंर पर एलएसपी पार्टी के हंसराज थे उन्हें 1,845 वोट मिले थे .उनका वोट शेयर 1.38% था.

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