कर्नाटक: 5 किलो पर 170 रुपए… गरीबों को चावल के बदले कैश क्यों दे रही है सिद्धारमैया सरकार?

बेंगलुरु: बुधवार को कर्नाटक की सिद्धारमैया की सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए अन्न भाग्य योजना की शुरुआत की है जिसके तहत राज्य में गरीब लोगों को 5 किलो चावल के बदले में 170 रुपए कैश दे रही है. दरअसल ये योजना कांग्रेस सरकार की उन पांच गारंटियों में से एक है जिसका वादा चुनाव से पहले किया गया था. ये योजना जुलाई महीने से शुरू होने वाली है जिसके तहत गरीब परिवारों को पांच किलो अतिरिक्त चावल दिया जाना है.

क्या है योजना?

अब इस योजना के अंतर्गत सिद्धारमैया सरकार ने फैसला लिया है कि परिवारों को प्रति किलो चावल के हिसाब से 34 रुपए पैसे दिए जाएंगे. इसका सीधा-सीधा मतलब ये है कि राज्य की गरीब आबादी को पांच किलो चावल के लिए 170 रुपए मिलेंगे. इस फैसले के बारे में सीएम सिद्धारमैया ने कहा है कि फिलहाल के लिए ये एक अस्थायी अव्यवस्था है. हमने नकद देने का फैसला वादों को पूरा करने के लिए किया है. जिस समय पर्याप्त चावल मिल जाएंगे उस समय नकद वितरण बंद कर दिया जाएगा और चावल बांटना शुरू कर दिया जाएगा.

सीएम सिद्धारमैया ने आगे कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि खुले बाजार से चावल खरीदे जाएंगे जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया गुरुवार से शुरू की जा रही है. वहीं नागरिक आपूर्ति मंत्री केएच मुनियप्पा ने बताया है कि 1 जुलाई से बीपीएल परिवारों को 170 रुपए दिए जाएंगे जो सीधे उनके बैंक खातों में जाएंगे. यदि BPL परिवार में 5 सदस्य हैं तो उन्हें प्रति माह के हिसाब से 850 रुपए दिए जाएंगे.

छूट जाएंगे 14 लाख परिवार

हालांकि इस योजना का लाभ केवल 70 लाख परिवारों को ही मिलेगा जहां बाकि के 14 लाख परिवारों को योजना का लाभ उठाने के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि केंद्र सरकार की ओर से पीडीएस कार्ड की सीमा कर्नाटक सरकार के लिए 70 लाख तय की गई है.

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