नई दिल्ली : मायावती ने कहा कि बीजेपी के सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने अपनी सरकार में जातीय जनगणना क्यों नहीं कराई थी.अब वो इसकी बात कर रहे है.बीएसपी हमेशा से जाति जनगणना की पक्षधर रही है क्योंकि जातिजनगणना का होना कमजोर वर्गों के हित में जरूरी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की दोगली सोच से सतर्क रहने की जरूरत है.

बता दें राहुल गांधी ने प्रयागराज में हुए संविधान सम्मान सम्मेलन में कहा था कि पीएम मोदी को जनता की बात सुनकर जातिगत जनगणना करवानी ही होगी. अगर वह नहीं करेंगे तोअगले प्रधानमंत्री को करते हुए देखेंगे. जातिगत जनगणना कराने के अलावा 50 प्रतिशत आरक्षण का बैरियर भी तोड़ेंगे. राहुल गांधी ने कहा कि किसानों, मजदूरों, दलितों और पिछड़ों की बात कोई नहीं करता है.

बाबा साहेब के अनुयायी कभी माफ नहीं करेंगे

राहुल गांधी के इसी बयान पर मायावती ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया कहा कि कांग्रेस पार्टी को बाबा साहेब के अनुयायी कभी माफ नहीं करेंगे, जिसने संविधान के मुख्य निर्माता बाबा साहेब को उनके जीते-जी और मरने के बाद भी भारतरत्न की उपाधि से सम्मानित नहीं किया. उनके मूवमेन्ट को गति देने वाले कांशीराम जी के निधन पर कांग्रेस ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक भी नहीं धोषित किया था.

दोगली सोच-चाल और चरित्र से सजग रहे

इस दौरान मायावती ने सपा को भी अपने लपेटे में लिया कहा कि केंद्र में तो कांग्रेस की सरकार थी. यहां तक की राज्य में सपा की सरकार थी फिर भी कांशीराम जी के निधन पर राजकीय शोक घोषित नहीं किया. इनकी ऐसी दोगली सोच से जरूर सजग रहें. बसपी चीफ ने कहा कि सपा और कांग्रेस दोनों ही आरक्षण विरोधी हैं.

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