पंजाब: चंडीगढ़ में SSP की नियुक्ति को लेकर बड़ा विवाद चल रहा था। जी हाँ, अब आपको बता दें, पंजाब के CM भगवंत मान और राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के बीच चल रहा विवाद खत्म हो गया है। इसके साथ ही पंजाब की IPS कंवरदीप कौर के कैडर चंडीगढ़ की SSP बनीं। चंडीगढ़ की दूसरी महिला […]
पंजाब: चंडीगढ़ में SSP की नियुक्ति को लेकर बड़ा विवाद चल रहा था। जी हाँ, अब आपको बता दें, पंजाब के CM भगवंत मान और राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के बीच चल रहा विवाद खत्म हो गया है। इसके साथ ही पंजाब की IPS कंवरदीप कौर के कैडर चंडीगढ़ की SSP बनीं। चंडीगढ़ की दूसरी महिला SSP होंगी कंवरदीप। आपको बता दें, इससे पहले PS नीलांबरी जगादले पहली SSP थी। फिलहाल कंवरदीप कौर पंजाब के फिरोजपुर की SSP हैं और गृह मंत्रालय की कमेटी ने शनिवार को उनके नाम को मंजूरी दी। आपको बता दें, पत्र के जरिए गृह मंत्रालय ने एसएसपी की SSP तैनाती का आदेश जारी किया। जानिए कौन हैं कंवरदीप कौर और क्या था पूरा विवाद।
कंवरदीप कौर मोहाली की रहने वाली है और उन्होंने चंडीगढ़ में पढ़ाई की। इसके बाद पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। इससे पहले वह कपूरथला और मलेरकोटला के SSP थी । चंडीगढ़ में IPS के लिए तीन नाम तय किए गए हैं। इनमें कंवरदीप कौर, संदीप कुमार गर्ग और भागीरथ सिंह मीणा शामिल हैं। गृह मंत्रालय के आदेश से IPS कंवरदीप कौर कम से कम 3 साल के कार्यकाल के लिए चंडीगढ़ में SSP के तौर पर काम करेंगी।
आपको बता दें, विवाद तब शुरू हुआ जब चंडीगढ़ के एसएसपी कुलदीप चहल पर अपने जनादेश के अंत से 10 महीने पहले बुरे आचरण का आरोप लगाया गया था। इस कारण से, उन्हें पिछले साल पंजाब के मूल कैडर में भेज दिया गया था। यह सब पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के आदेश पर ही किया गया था। राज्यपाल के पत्र में इसकी वजह कदाचार बताया गया है। भगवंत मान ने कहा कि SSP का कार्यकाल 3 साल है जो पूरा नहीं हुआ है। सरकार SSP की नियुक्ति से पहले चंडीगढ़ को 3 -NAMES पैनल भेजती है, फिर किसी भी नाम पर मुहर लगाई जाती है। यह नियुक्ति सरकार को सूचित किए बिना निर्धारित की गई है।
बताते चलें, पंजाब की AAP सरकार ने राज्यपाल के इस फैसले का विरोध किया। CM भागवत मान ने इस मामले में गवर्नर को एक पत्र लिखा था और पूछा था कि उन्होंने चर्चा क्यों नहीं की। इसका कारण राज्यपाल ने भगवंत मान को गुजरात चुनाव के लिए व्यस्त बताया। इसके बाद भी विवाद नहीं थमा। अब गृह मंत्रालय के आदेश पर नए SSP की नियुक्ति हुई है और यह कोई पहला मामला नहीं है जब CM भगवंत मान और राज्यपाल के बीच विवाद खड़ा हुआ हो।इससे पहले पंजाबी यूनिवर्सिटी, हरियाणा की अलग विधानसभा का मुद्दा भी गरमा चुका है।