मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के तार कैथल जिले से जुड़े हैं. हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी गुरमेल बलजीत सिंह कैथल जिले के नरड गांव का निवासी है.
मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के तार कैथल जिले से जुड़े हैं. हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी गुरमेल बलजीत सिंह कैथल जिले के नरड गांव का निवासी है, जो साल 2019 में हुए एक युवक हत्याकांड मामले में कैथल जेल में बंद था. जमानत के बाद फिर वो मुंबई चला गया, जहां लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों के साथ जुड़ गए. आरोपी गुरमेल बलजीत सिंह कैथल जेल में ही लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों के संपर्क में आया था. रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी के माता-पिता की मौत हो चुकी है और वो लंबे समय से अपने गांव में नहीं रह रहा था.
रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी गुरमले बलजीत सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाबा सिद्दीकीकी के घर की रेकी की थी. सभी आरोपी करीब 2 महीने से मुंबई में रहकर उन पर नजर रख रहे थे. इस मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच की कई टीम जांच कर रही है. वहीं अब पुलिस ने आरोपी की दादी से भी बातचीत की है जिसमें पता चला कि आरोपी की दादी का नाम फूली देवी है. आरोपी गुरमले बलजीत सिंह का एक सौतेला छोटा भाई उसकी दादी के साथ रहता है. उन्होंने बताया कि साल 2019 में गुरमले बलजीत सिंह ने अपने सगे बड़े भाई की बर्फ वाला की हत्या कर दी थी.
आपको बता दें कि मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम जांच में जुटी हुई है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों धर्मराज राजेश कश्यप और गुरमेल बलजीत सिंह को पकड़ा है. आरोपी गुरमेल बलजीत सिंह हरियाणा का रहने वाला है जो 23 साल है. वहीं धर्मराज राजेश कश्यप उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और उसकी उम्र 19 साल है.
वहीं बाबा सिद्दीकीकी कांग्रेस से अपना चार दशक पुराना नाता तोड़कर अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में इसी साल फरवरी में शामिल हो गए थे. बताया जा है कि हाल ही में उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी जिसके बाद उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी. हालांकि उनकी जान बचाने में ये सुरक्षा व्यवस्था नाकाफी साबित हुई. शनिवार रात विधायक बेटे के ऑफिस से बाहर तीन हमलावरों ने उन पर फायरिंग कर दी और उनकी मौत हो गई. इस मामले में दो आरोपी पुलिस हिरासत में हैं जबकि अन्य की तलाश की जा रही है.
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