लखनऊ: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने रायबरेली सीट से प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है। कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली रायबरेली सीट से बीजेपी ने यूपी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को उतारा है। तो वहीं कांग्रेस ने यहां से राहुल गांधी को अपना प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में आइए […]
लखनऊ: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने रायबरेली सीट से प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है। कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली रायबरेली सीट से बीजेपी ने यूपी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को उतारा है। तो वहीं कांग्रेस ने यहां से राहुल गांधी को अपना प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कौन हैं दिनेश प्रताप सिंह?
दिनेश प्रताप सिंह ने पहली बार 2004 में सपा के टिकट पर विधान परिषद का चुनाव लड़ा था, लेकिन बीजेपी के उम्मीदवार से चुनाव हार गए। इसके बाद इन्होंने 2007 में बसपा के उम्मीदवार के तौर पर तिलोई विधानसभा से विधानसभा का चुनाव लड़ा। लेकिन वहां भी उनके हाथ कुछ नहीं लगा। इसके बाद दिनेश प्रताप ने कांग्रेस पार्टी में जाने का फैसला किया। कांग्रेस पार्टी में शामिल होते ही दिनेश प्रताप को कद, पोस्ट और प्रसिध्दी, तीनों ही मिली। वह पहली बार 2010 में एमएलसी बनें। फिर 2016 में उन्हें दोबारा एमएलसी का पद मिला। फिर 2019 में इन्होंने कांग्रेस को छोड़ने का फैसला किया और बीजेपी में शामिल हो गए।
2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी में शामिल होने के बाद दिनेश प्रताप ने सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन उन्होंने करीब चार लाख वोट हासिल करके सभी लोगों का ध्यान खींचा।
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