Kanpur Dehat: ‘जानवर नहीं हैं…’ मां-बेटी का शव ले जाते समय परिजनों का हंगामा

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में मां-बेटी की मौत मामला आज फिर विवादों में रहा. दरअसल आज परिजन माँ-बेटी के शव का अंतिम संस्कार करने निकली थे. जैसे ही पीड़ित परिवार अपने गाँव से रवाना हुआ और शव को कानपुर देहात के रूरा थाना इलाके में उस जगह लाया गया, जहां सोमवार को दोनों […]

Advertisement
Kanpur Dehat: ‘जानवर नहीं हैं…’ मां-बेटी का शव ले जाते समय परिजनों का हंगामा

Riya Kumari

  • February 15, 2023 12:08 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में मां-बेटी की मौत मामला आज फिर विवादों में रहा. दरअसल आज परिजन माँ-बेटी के शव का अंतिम संस्कार करने निकली थे. जैसे ही पीड़ित परिवार अपने गाँव से रवाना हुआ और शव को कानपुर देहात के रूरा थाना इलाके में उस जगह लाया गया, जहां सोमवार को दोनों की मौत हुई थी तो शव को ले जाने में जल्दबाजी की जाने लगी. इस दौरान परिजन भड़क गए और कहने लगे कि जानवरों की मौत नहीं हुई है… इंसान मरा है.

डिप्टी सीएम ने की बात

गौरतलब है कि सोमवार को कानपुर के देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान आग लगने से मां प्रमिला दीक्षित और बेटी नेहा दीक्षित की दर्दनाक मौत हो गई थी. लेखपाल और पुलिस पर इस आगजनी का आरोप लगाया गया. जहाँ पीड़ित परिवार दोनों शवों को रखकर अपनी मांगों पर अड़ा दिखाई दिया. हालांकि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने जब परिवार से वीडियो कॉल पर बात की तो उन्होंने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजनी पर हामी भरी. अब शवों का पोस्टमॉर्टम पूरा हो चुका है. मंगलवार को दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया था.

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में अग्निकांड में गई माँ बेटी की जान से पूरे महकमे में हलचल देखी जा रहे है. रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव में पीड़ित कृष्ण गोपाल दीक्षित के यहां तहसील प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची थी. इस दौरान परिजनों के साथ टीम की नोंकझोंक हो गई. जानकारी के अनुसार इसी झड़प में झोपड़ी में आग लग गई और इसी आग में झुलस कर कृष्ण गोपाल की पत्नी और बेटी की दर्दनाक मौत हो गई.

इसी बीच तहसील प्रशासन ने झोपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया. अब पीड़ित परिवार ने इस मामले में FIR दर्ज़ करवाई है जिसने भीषण आग में अपनी माँ और बेटी को खो दिया। इस समय परिवार शव रखकर अपनी मांगों को लेकर विरोध कर रहा है. इसी बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने पीड़ित परिवार से वीडियो कॉल के जरिए बातचीत की है. उन्होंने परिवार को आश्वासन दिया कि उन्हें न्याय मिलेगा. उनके आश्वासन के बाद परिवार शवों का पोस्टमार्टम करवाने के लिए राजी हो गया है.

कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध

Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद

Advertisement