कांग्रेस सांसद ने कहा कि संभल में जिस तरह की घटना हुई, उससे एक बात साफ हो गई है कि हमारी जान की कोई कीमत नहीं है. गोलियां चल रही थीं, गोलियां शरीर के आर-पार हो रही थीं.
नई दिल्ली: सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो संभल हिंसा मामले को लेकर काफी गुस्से में नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा है कि देश में मुसलमानों की हालत ऐसी हो गई है कि घर से बाहर निकलेंगे तो पुलिस मारेगी. बहराइच में घर के अंदर रहते हैं तो आपको घसीटकर बाहर निकाला जाता है और मार दिया जाता है. मुसलमानों को क्या करना चाहिए?
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि जब संभल की शाही जामा मस्जिद में एक बार सर्वे हो चुका था. वहीं सर्वे के दौरान सबकुछ शांतिपूर्ण रहा. परंतु जानबूझकर प्लान बनाकर आदमी भेजे जाते हैं. और नारे लगवाए जाते हैं ताकि जब वो आमने-सामने आए तो पुलिस गोली चला सके. मैं बस इतना कहना चाहता हूँ कि इस देश को मत जलाओ. नफरत से कुछ नहीं होने वाला. हम सब नफरत की आग में जल जाएँगे.
संभल में जिस तरह की घटना हुई, उससे एक बात तो साफ है कि हमारी जान की कोई कीमत नहीं है. गोलियां चल रही थीं, गोलियां शरीर को चीर रही थीं. पत्थरबाजों को काबू में करने के लिए उनके पैरों में गोली मारी जा सकती थी. पुलिस लाठीचार्ज भी कर सकती थी. मगर पुलिस ने जानूबूझकर गोलियां चलाईं. पुलिस के द्वारा जितने भी पोस्टर जारी किया गया है. उनमें पत्थरबाजों के हाथ में पत्थर दिखाई दे रहे हैं. मैंने किसी के हाथ में बंदूक नहीं देखी.बंदूक में इतनी ताकत नहीं होती कि गोली आर-पार हो जाए. मैंने भी शूटिंग की है और मुझे इस बारे में पता है.
संभल हिंसा में जिनके घर तोड़े गए, उनके बारे में कोई बात नहीं हो रही है. केवल पत्थरबाजों की बात हो रही है. अगर पत्थरबाज हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाए, उनपर सख्त कार्रवाई हो. ऐसा नहीं होना चाहिए कि उन्हें सीधे गोली मार दिया जाए.अगर अपराधियों के पैर में गोली मारा जाता है. पत्थरबाजों के भी पैर में गोली मार देते.
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