Akhilesh Yadav: 2 जुलाई से प्रारंभ हो रही कांवड़ यात्रा के चलते मुजफ्फरनगर प्रशासन द्वारा जारी किए फ़रमान में कहा गया कि कावड़ यात्रा में सभी दुकानदार दुकान के बाहर अपना नाम लिखेंगे जिसके बाद युपी में बवाल शुरू हो गया है। अखिलेश यादव ने इस मामले पर अपनी पोस्ट में प्रशासन पर निशाना साधते […]
Akhilesh Yadav: 2 जुलाई से प्रारंभ हो रही कांवड़ यात्रा के चलते मुजफ्फरनगर प्रशासन द्वारा जारी किए फ़रमान में कहा गया कि कावड़ यात्रा में सभी दुकानदार दुकान के बाहर अपना नाम लिखेंगे जिसके बाद युपी में बवाल शुरू हो गया है। अखिलेश यादव ने इस मामले पर अपनी पोस्ट में प्रशासन पर निशाना साधते हुए सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का आरोप लगाया है।
अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में कहा ” जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है, उनके नाम से क्या पता चलेगा?.. माननीय न्यायालय स्वतः संज्ञान ले और प्रशासन की मंशा की जांच करवाकर, उचित दंडात्मक कार्रवाई करे। ऐसे आदेश सामाजिक अपराध है, जो सौहार्द के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ना चाहता है।”
मुजफ्फरनगर के इस फरमान के बाद विपक्ष ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है और यूपी मे सियासी बवाल शुरू हो गया है। विपक्ष का कहना है कि इम फरमान की मंशा सांप्रदायिकता को बढ़ाना है, ये फरमान इसलिए जारी किया गया है ताकि कावड़ यात्री किसी भी मुसलमान की दुकान से खरीदारी ना करे।
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