पटना: बिहार के बक्सर जिले के केसठ ब्लॉक में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक गधे की करंट लगने से मौत के बाद 55 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह घटना रामपुर गांव की है, जहां 11 सितंबर की शाम को ददन रजक नामक व्यक्ति के चार […]
पटना: बिहार के बक्सर जिले के केसठ ब्लॉक में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक गधे की करंट लगने से मौत के बाद 55 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह घटना रामपुर गांव की है, जहां 11 सितंबर की शाम को ददन रजक नामक व्यक्ति के चार गधों में से एक की बिजली के खंभे से करंट लगने के कारण मौत हो गई।
घटना की जानकरी देते हुए ददन रजक ने बताया कि वह अपने गधों के साथ घर लौट रहे थे, जब गांव के बीच स्थित एक पोल को छूते ही उनके एक गधे की मौत हो गई। हालांकि गांव वालों की मदद से तीन अन्य गधों को बचा लिया गया। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और पंचायत प्रतिनिधियों ने केसठ पावर ग्रिड पर पहुंचकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के बाद बिजली विभाग ने आरोप लगाया कि गांव वालों ने पावर ग्रिड में हंगामा किया, जिससे बिजली आपूर्ति दो घंटे छब्बीस मिनट तक बाधित रही। बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर अवनीश कुमार के अनुसार, इस रुकावट के कारण विभाग को 1,46,429 रुपये का नुकसान हुआ। उन्होंने स्थानीय थाने में सरकारी काम में बाधा, राजस्व नुकसान और कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है।
एफआईआर में रामपुर पंचायत के मुखिया पति विकास चंद्र पांडेय सहित 55 लोगों के नाम शामिल हैं। मुखिया पति विकास चंद्र पांडेय ने बिजली विभाग पर आरोप लगाया कि उस पोल की वजह से पिछले एक साल में पांच जानवरों की मौत हो चुकी है. वहीं इस बात की विभाग को कई बार शिकायत की गई, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने यह भी दावा किया कि 11 सितंबर को बिजली कर्मचारियों ने खुद बिजली बंद की, ताकि अंधेरे के कारण गांव वाले प्रदर्शन न कर सकें।
पंचायत सचिव आलमगीर अंसारी ने बताया कि गांव का मेन ट्रांसफार्मर दो साल से खराब है. वहीं इस बारे में कई बार बिजली विभाग को जानकारी दी गई थी, लेकिन इसका आज तक कोई समाधान नहीं निकाला गया। दूसरी ओर जूनियर इंजीनियर अवनीश कुमार ने कहा कि गांव वालों ने पहले कभी कोई शिकायत नहीं की थी. आगे उन्होंने कहा कि गधे की मौत के बाद ही पोल की मरम्मत के लिए बिजली मिस्त्री भेजा गया था. हालांकि ग्रामीणों ने हंगामा करना शुरू कर दिया, जिससे आस-पास के पचास गांवों में बिजली बंद कर दी गई।
यह भी पढ़ें: ‘गणेश चतुर्थी के लिए डीजे हानिकारक है तो ईद के लिए भी नुकसानदायक’ – बॉम्बे हाई कोर्ट