लखनऊ। अमरोहा से सपा विधायक महबूब अली ने हाल ही में बिजनौर में बयान दिया था कि मुस्लिम आबादी बढ़ चुकी है। तुम्हारा राज खत्म हो जायेगा। 2027 में तुम जाओगे और हम आएंगे। सपा विधायक के इस बयान पर इतना बवाल मचा कि उनके खिलाफ FIR तक दर्ज कर लिया गया। सपा विधायक के […]
लखनऊ। अमरोहा से सपा विधायक महबूब अली ने हाल ही में बिजनौर में बयान दिया था कि मुस्लिम आबादी बढ़ चुकी है। तुम्हारा राज खत्म हो जायेगा। 2027 में तुम जाओगे और हम आएंगे। सपा विधायक के इस बयान पर इतना बवाल मचा कि उनके खिलाफ FIR तक दर्ज कर लिया गया। सपा विधायक के बयान से यह बहस शुरू हो गई कि क्या सच में प्रदेश में मुस्लिमों की आबादी बढ़ गई है। आइये जानते हैं कि इस दावे में कितनी सच्चाई है?
2001 की जनगणना के मुताबिक उत्तर प्रदेश में हिंदू आबादी 80.61% और मुस्लिम आबादी 18.50% थी। 2011 में हुई जनगणना के मुताबिक प्रदेश में हिंदू आबादी 79.73% और मुस्लिमों की 19.26% हो गई। यानी 2001 से 2011 के बीच 10 सालों में हिंदुओं की आबादी में 1.4% की गिरावट देखी गई। वहीं मुस्लिमों की जनसँख्या 4.1% बढ़ गई। साल 2022 में यूपी पुलिस ने एक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी थी, जिसके मुताबिक नेपाल से सटे जिले में मुस्लिम आबादी 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है।
जनसंख्या की बात करें तो 2011 की जनगणना के मुताबिक राज्य की कुल आबादी 19.98 करोड़ है। इसमें 15.9 करोड़ हिंदू और 3.84 करोड़ मुस्लिम हैं। मुजफ्फनगर में हिंदू आबादी में 3.20% की गिरवाट देखी गई है तो मुसलमानों में 3.22 फीसदी की बढ़ोतरी। इसके अलावा राज्य के कैराना, रामपुर, मुरादाबाद और बिजनौर में भी मुस्लिमों की आबादी बढ़ी है और हिंदुओं की घटी है।
हरियाणा बना कांग्रेस के अय्याशी का अड्डा! इस नेता ने महिला मित्रों को बांटे टिकट